राजधानी सहित प्रदेश के 11 जिले दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, सतना, सिवनी, धार, ग्वालियर व खरगौन में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रिकार्ड किया गया है। इधर, मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर 20 से फरवरी 21 तक मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। इधर, राजधानी में न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। प्रदेश में मौसम हर दिन अपने रंग बदल रहा है। कभी हल्की ठंड, कभी बौछारे तो कभी तेज धूप खिल रही है।
इधर, नवंबर महीने के अंतिम दिन सोमवार को राजधानी सहित प्रदेश के 10 जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रिकार्ड किया गया है। न्यूनतम तापमान उज्जैन संभाग के जिलों में काफी बढ़ा है शेष संभागों के जिलों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। होशंगाबाद, उज्जैन व इंदौर संभागों के जिलों में सामान्य से अधिक तथा शेष संभागों में सामान्य रहा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस मंडला, नौगांव व ग्वालियर में दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार 5 दिसंबर के बाद मौसम में बदलाव होगा, जिसके बाद ठंड बढ़ सकती है। हालांकि अभी कोई मजबूत सिस्टम नहीं बन रहा है। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि चार दिन पहले हवा का स्र्ख उत्तरी हो गया है। जिसके चलते उत्तर भारत से ठंडी हवाएं प्रदेश में आना शुरू हो गई थी लेकिन रविवार देर शाम से हवा का स्र्ख पूर्वी हो गया है। इसके पीछे तर्क यह है कि हरियाणा और उससे लगे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपरी हिस्से में हवा का एक चक्रवात बना हुआ है।
जिसके कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी होना शुरू हो गई है। फिलहाल आगामी दो दिनों तक मौसम में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा। प्रदेश के चार महानगरों में से भोपाल का दिन का तापमान सबसे ज्यादा रहा। रविवार को दिन का तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस रहा। यह चौबीस घंटे के दौरान 3.6 डिग्री ज्यादा चढ़ा। शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री था। शेष तीनों मेट्रो शहरों में यह 30 डिग्री से कम ही रहा।