वैक्सीन के भंडारण के लिए प्रदेश में 386 स्थल चिन्हित, लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए 3700 वैक्सीनेटर्ज देंगे अपनी सेवाएं
प्रदेश के लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवाने की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव अनिल खाची की अध्यक्षता में आयोजित स्टेट स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बारे में जानकारी देतेे हुए स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवाने की तैयारियां पूरी की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार चरणबद्ध तरीके से राज्य में लोगों को उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन प्राप्त होने के बाद भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार राज्य में सबसे पहले यह वैक्सीन राज्य के 80 हजार स्वास्थ्य कर्मियों (हेल्थ केयर वर्कर्ज)े के अलावा अन्य फ्रंट लाईन वर्कर्ज जैसे पुलिस बल, सफाई कर्मचारियों आदि को उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों में सरकारी व गैर सरकारी स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत सभी स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के बाद राज्य में अन्य लोगों को यह वैक्सीन चरणबद्ध तरीके से उपलब्ध करवाई जाएगी।
सचिव ने कहा कि राज्य में कोरोना वैक्सीन के भंडारण की भी पूरी व्यवस्था की गई है। वैक्सीन के भंडारण के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 386 स्थल चिन्हित किए गए हंै, जहां पर इस वैक्सीन को राज्य में पहुंचने के बाद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन लोगों तक पहुंचाने के लिए वैक्सीन आने के बाद प्रदेश भर में व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाएगा, जिसके लिए प्रदेश भर में 3700 वैक्सीन लगाने वाले कर्मचारी (वैक्सीनेटर्ज) चिहिन्त किए गए हंै, जो टीकाकरण में अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने कहा कि इन कर्मचारियों को इस संबंध में आवश्यक प्रशिक्षण, उपकरण, बायोमेडिकल वेस्ट का सही निपटान करने की भी तैयारियां की जा रही हंै।
मिशन निदेशक एनएचएम डाॅ. निपुण जिंदल ने बैठक में तैयारियों के संबंध में विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसके उपरांत मुख्य सचिव ने इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय गुप्ता, प्रधान सचिव के.के. पंत, सचिव शहरी विकास रजनीश, सचिव आयुर्वेद डाॅ. अजय कुमार, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, मिशन निदेशक एनएचएम डाॅ. निपुण जिंदल भी उपस्थित थे।