कृषि कानूनों (Farm Laws) पर किसानों की ओर से छेड़े गए आंदोलन’ को लेकर दो खेमे बनते नजर आ रहे हैं. जहां कई लोग किसानों के पक्ष में खुलकर खड़े हैं वहीं ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है तो आंदोलनकारी किसानों के प्रदर्शन (Farmer’s protest)को प्रोपेगैंडा (दुष्प्रचार) बताते हुए इसका मकसद देश में अस्थिरता पैदा करना मान रहे हैं. भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने किसान आंदोलन को लेकर अपना बयान जारी किया है, इसे बुधवार को केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने IndiaAgainstPropaganda और IndiaTogether के हैशटैग के साथ ट्वीट करते हुए अपना पक्ष रखा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने ट्वीट करके कहा, ”कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को खत्म नहीं कर सकता. कोई भी दुष्प्रचार भारत को नई ऊंचाई हासिल करने से नहीं रोक सकता. दुष्प्रचार भारत का भविष्य तय कर सकते केवल विकास कर सकता है. भारत विकास के लिए एकजुट खड़ा हुआ है.” इससे पहले पॉप स्टार रिहाना ने किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में ट्वीट में लिखा था, “हम किसानों की बात क्यों नहीं कर रहे. #FarmersProtest.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘ऐसे अहम मुद्दों पर कोई टिप्पणी करने से पहले हम आग्रह करना चाहेंगे कि तथ्यों के बारे में ठीक से पता लगाया जाए और मामले पर उचित समझ रखते हुए कुछ कहा जाए.’ नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट में लिखा, ‘कृषि क्षेत्र से संबंधित सुधारवादी कानून देश की संसद द्वारा पूरी बहस के बाद पास किए गए हैं. सरकार उन किसानों के साथ 11 दौर की चर्चा कर चुकी है जिन्होंने इन कानूनों को लेकर अपनी शंकाएं जाहिर की हैं.’
No propaganda can deter India’s unity!
No propaganda can stop India to attain new heights!
Propaganda can not decide India’s fate only ‘Progress’ can.
India stands united and together to achieve progress.#IndiaAgainstPropaganda#IndiaTogether https://t.co/ZJXYzGieCt
— Amit Shah (@AmitShah) February 3, 2021