पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि भाजपा ने सेमीफाइनल जीत लिया है, अब फाइनल को भी पूर्ण बहुमत से जीता जाएगा। इसलिए कांग्रेस भाजपा की चिता छोड़कर अपने दल को संभाले क्योंकि प्रदेश की जनता ने ग्रामीण संसद के चुनाव में भाजपा के पक्ष में अपार जनसर्मथन दिया है। हालांकि पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव पार्टी चिन्ह पर नहीं हुए, बावजूद इसके प्रदेश में 75 प्रतिशत भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के लिए फाउंडेशन कोर्स शुरू किया जाएगा जिसमें उनको विकास कार्य करवाने व उनकी शक्तियों का प्रयोग करने संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शुक्रवार को ऊना के बचत भवन में पत्रकारवार्ता करते हुए वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश की 3,615 पंचायतों में से 3,426 पर चुनाव संपन्न हुए हैं जबकि 189 पंचायतों में चुनाव बाद में होंगे। साथ ही 60 बीडीसी के चुनाव हुए हैं जिनमें लगभग 53 पर भाजपा समर्थित सदस्य विजयी हुए हैं। 11 जिला परिषदों में से छह पर भाजपा ने कब्जा जमाया। कहा कि ऐसा अपार समर्थन उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार देखा है। तीन वर्ष में ग्रामीण विकास पर 3500 करोड़ रुपये खर्च
प्रदेश सरकार ने गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए 3500 करोड़ रुपये की राशि व्यय की है। मनरेगा के माध्यम से 2,413.71 करोड़ रुपये 14वें वित्त आयोग के माध्यम से व पंचायत घरों के निर्माण के लिए 42 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। जयराम सरकार ने हिमकेयर योजना के तहत प्रदेश के साढ़े पांच लाख परिवारों के कार्ड बनाए हैं, जबकि कोरोना काल में ही डेढ़ लाख लोगों को इस कार्ड के माध्यम से लाभ मिला है। पंचायतों के निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाले सीमेंट की प्रदेश में कहीं भी कमी नहीं है। आवास योजना के तहत दस हजार मकान बनाने का लक्ष्य
कंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक वर्ष में दस हजार नए मकान बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के अनुसार प्रदेश में 1.5 लाख नए मकान बनाए जाएंगे।