दिल्ली के सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच ‘रेवड़ी’ पर रार तेज हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि उन्हें भद्दी गालियां दी जा रही हैं। मजाक उड़ाया जा रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि वह मुफ्त रेवड़ियां बांट रहे हैं। केजरीवाल ने मुफ्त बिजली, शिक्षा जैसे अपने कदमों को लेकर सवाल किया कि वह क्या गलत कर रहे हैं? उन्होंने इसे देश का नींव बताते हुए कहा कि जो वह आज कर रहे हैं वह 1947 में ही हो जाना चाहिए था। आइए आपको बताते हैं कि यह पूरा विवाद है क्या। इससे पहले जान लेते हैं कि केजरीवाल ने और क्या क्या कहा।
आप के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ्त और अच्छी शिक्षा देना, मुफ्त इलाज करवाने को मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं बल्कि इसे देश की नींव रखना कहते हैं। उन्होंने कहा कहा, ”मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि केजरीवाल फ्री की रेवड़ियां बांट रहा है, केजरीवाल फ्री-बी दे रहा है। मुझे भद्दी-भद्दी गालियां दी जा रही हैं, मेरा मजाक उड़ाया जा रहा है। आज मैं देश के लोगों से पूछना चाहता हूं कि मैं क्या गलत कर रहा हूं? दिल्ली के गरीबों और मिडिल क्लास के बच्चों को मैं सरकारी स्कूलों में शानदार शिक्षा दे रहा हूं, लेकिन फ्री में शिक्षा दे रहा हूं। मैं लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या मैं फ्री की रेवड़ियां बांट रहा हूं या देश की नींव रख रहा हूं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने अस्पताल शानदार कर दिए। शानदार मोहल्ला क्लीनिक बना दिए, जिनकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। पूरी दुनिया के अंदर दिल्ली एक वह चुनिंदा शहर है, जहां पर एक-एक आदमी का इलाज मुफ्त है। उन्होंने मुफ्त बिजली को लेकर कहा कि मंत्रियों को हजारों यूनिट मुफ्त बिजली दी जाती है, लेकिन उनकी सरकार आम लोगों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देती है तो उन्हें (भाजपा) तकलीफ होती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ”आज हम महिलाओं को बस में मुफ्त सफर की सुविधा दे रहे हैं। जो लोग मुझे गालियां दे रहे हैं उन्होंने हजारों करोड़ रुपए खर्च करके अपने लिए हवाई जहाज खरीदे हैं। केजरीवाल अपने लिए हवाई जहाज नहीं खरीदता है। केजरीवाल उस पैसे को बचाकर मां-बहनों का सफर मुफ्त कर रहा है। क्या गलत कर रहा है।” उन्होंने कहा कि इतना सबकुछ फ्री करने के बाद दिल्ली का बजट फायदे में है। कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। भ्रष्टाचार खत्म कर दिया है। इससे लोगों को सहूलियत दी जा रही है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ”एक कंपनी है उसने हजारों करोड़ रुपए का लोन लिया, वे लोन खा गए। बैंक दिवालिया हो गए, उस कंपनी ने एक राजनीतिक पार्टी को कुछ चंद करोड़ का चंदा दे दिया। उस कंपनी के खिलाफ सरकार ने कोई ऐक्शन नहीं लिया। यह होती है रेवड़ी। जब आप अपने दोस्तों के हजारों करोड़ के लोन माफ कर देते हैं तो यह होती है मुफ्त रेवड़ी। जब आप विदेश जाकर उनके लिए दूसरी सरकारों से उनके लिए ठेका लेते हैं तो वह है मुफ्त रेवड़ी।” उन्होंने कहा कि आज ईमानदार और भ्रष्ट राजनीति के बीच लड़ाई है।
आखिर क्या कहा था पीएम मोदी ने?
शनिवार को उत्तर प्रदेश के जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने मुफ्त में सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली राजनीति की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘रेवड़ी कल्चर’ देश के विकास के लिए ‘बहुत घातक’ है। हालांकि, पीएम मोदी ने किसी दल या नेता का नाम नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि नए भारत के समक्ष भी चुनौतियां हैं, जिन्हें अगर अभी नजरअंदाज किया जाए तो आने वाली पीढ़ियों के लिए नुकसानदेह साबित होंगी। पीएम ने कहा, ”आपका वर्तमान बर्बाद हो जाएगा और भविष्य अंधकार में डूब जाएगा। सतर्क रहना जरूरी है।” मोदी ने कहा, ”आज हमारे देश में ‘रेवड़ियां’ बांट कर वोट जुटाने की संस्कृति जड़ जमा रही है। यह ‘रेवड़ी कल्चर’ देश के विकास के लिए बहुत घातक है। देश के लोगों खास तौर से युवाओं को इस संस्कृति के खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत है।” उन्होंने कहा कि ये ‘रेवड़ी कल्चर’ वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए हवाई अड्डे या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा, ” रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे। हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, ‘रेवड़ी कल्चर’ को देश की राजनीति से हटाना है।”
देवघर से भी बोले थे पीएम
पीएम ने इससे पहले 12 जुलाई को देवघर में एयरपोर्ट और एम्स का उद्घाटन करने के बाद भी इसे शॉर्ट कट की राजनीति बताते हुए कहा था कि इससे एक दिन देश का शॉर्ट सर्किट हो जाएगा। उन्होंने कहा था कि शॉर्टकट की राजनीति करने वाले कभी देश के लिए नए हवाई अड्डे, एम्स और नई सड़कें नहीं बनवा सकते हैं। पीएम ने शॉर्टकट राजनीति से सावधान करते हुए कहा था कि इससे देश पीछे चला जाएगा।