बर्फबारी के चलते हिमाचल में सैकड़ों सड़के बंद हो गई हैं। वहीं, सैकड़ों की संख्या में ही वाहन बर्फ में फंस गए हैं। चंबा की पांगी घाटी और लाहौल स्पीति जिला का संपर्क बर्फबारी के बाद कट गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई है। टेलीफोन और इंटरनेट सेवा भी बाधित है। पूरा प्रदेश अब शीतलहर की चपेट में है।
ठंड की वजह से लोग घरों में दूबकने को मजबूर हो गए हैं। भले ही इस बर्फबारी से किसानों-बागवानों को राहत मिली हो, लेकिन कई लोगों को इससे परेशानी भी झेलनी पड़ रही है। इस बर्फबारी से सेब के पौधों के लिए आवश्यक चिलिंग आवर्स पूरे होने में मदद भी मिलेगी।
इस बर्फबारी से चंबा जिले के भरमौर और पांगी घाटी, किन्नौर के उपरी इलाकों और कांगड़ा जिला के बड़ा भंगाल के लोग घरों से निकल नहीं पा रहे। लाहौल दर्रे में भी भारी बर्फबारी के बाद वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। वहीं, कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं।
इस बर्फबारी में सबसे ज्यादा बर्फबारी रोहतांग में चार फीट दर्ज की गई है। चंबा के पांगी और भरमौर में ढाई फीट तक और सोलंग नाला में दो फीट तक की बर्फबारी हुई है। लाहौल स्पीति में भी जिला प्रशासन ने लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी है। अगर प्रशासन को किसी तरह की कोई आपात स्थिति का सामना करना पड़ता है तो लोगों को बाहर निकालने के लिए एकमात्र सहारा रोहतांग टनल ही है। सरकार ने पहले ही लाहौल के लोगों के लिए आपात स्थिति में टनल का इस्तेमाल का आश्वासन दिया है।
इस बर्फबारी से हिमाचल पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने वाला है। प्रदेश में कई स्थानों पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। जिसमें से शिमला जिले के नारकंडा, कुफरी और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल डलहौजी शामिल हैं। हालांकि मनाली में भी हल्कि बर्फबारी हुई है, लेकिन सैलानी बर्फबारी का मजा लेने के लिए सोलंग की तरफ जा रहे हैं।