भारत की आंचल ठाकुर ने मंगलवार को इंटरनेशनल स्कीइंग कॉम्पिटीशन में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। इसी के साथ वो इस खेल में भारत को मेडल दिलाने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं। 21 साल की आंचल ने ये मेडल तुर्की में चल रहे अल्पाइन एज्डर 3200 कप में जीता। इस जीत पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी। उनके अलावा खेल राज्यमंत्री राज्यवर्धन राठौर ने भी आंचल के मेडल जीतने पर खुशी जाहिर की।
पीएम ने ट्वीट में लिखा “स्कीइंग में इंटरनेशनल मेडल जीतने के लिए बधाई! पूरा देश आपकी इस ऐतिहासिक जीत पर उत्साहित है। भविष्य के लिए शुभकामनाएं।” इसके अलावा खेल राज्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, “तुर्की में FIS इंटरनेशनल स्कीइंग कॉम्पटीशन में ब्रॉन्ज जीतने के लिए आंचल को बधाई। इस मेडल से स्कीइंग में भारत का खाता खुला। बहुत बढ़िया!”
कौन हैं आंचल ठाकुर?: आंचल हिमाचल प्रदेश के मनाली में एक छोटे से गांव बुरुआ की रहने वाली हैं। उनके पिता रोशन ठाकुर विंटर गेम्स फेडरेशनल ऑफ इंडिया (WGFI) के सेक्रेटरी-जनरल हैं।
आंचल को अपनी शुरुआती ट्रेनिंग अपने पिता से ही मिलीं। हालांकि, बाद में उनकी स्किल्स को देखते हुए पूर्व ओलिम्पियन हीरा लाल ने उन्हें ट्रेन किया। आंचल इससे पहले भारत को ऑस्ट्रिया को इन्सब्रक मेें 2012 विंटर यूथ ओलिम्पिक्स में भी रिप्रेजेंट कर चुकी हैं। इसमें उन्होंने अल्पाइन स्कीइंग में हिस्सा लिया था।
मुश्किल था मेडल का सफर: चूंकि, स्कीइंग भारत में ज्यादा पॉपुलर नहीं है। इसलिए आंचल के लिए स्पॉन्सर ढूंढना बेहद मुश्किल था। उनके ज्यादातर करियर में उनके पिता रोशन ठाकुर ने ही उन्हें सपोर्ट किया।