Home मध्य प्रदेश आर्थिक प्रबंधन एवं नियोजन की मिसाल बनीं अमगवाँ की महिलाएँ…

आर्थिक प्रबंधन एवं नियोजन की मिसाल बनीं अमगवाँ की महिलाएँ…

4
0
SHARE

अनूपपुर जिले में पुष्पराजगढ़ विकासखंड के संकुल भेजरी की ग्राम पंचायत अमगवाँ का महिला शक्ति ग्राम संगठन आर्थिक प्रबंधन एवं नियोजन के लिये पहचाना जाता है। इस संगठन की सदस्य महिलाएँ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में दीनदयाल अंत्योदय योजना की सहायता से स्टोन डस्ट से ईट निर्माण का व्यवसाय शुरू किया है। इन महिलाओं ने लीक से हटकर व्यवसाय की नई राह खुद बनाई है। इस कार्य मे संगठन से जुड़ी 15 महिलाओं ने भागीदारी की।महिलाओं को ईंट बनाने के लिए कच्चा माल पास के स्टोन क्रशर से आसानी से प्राप्त हो जाता है। क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों में ईट की मांग भी निरंतर बनी हुई है। ये महिलाएँ आज पूरे जिले में आर्थिक प्रबंधन एवं नियोजन की मिसाल बन गई हैं।

महिलाओं को ईंट बनाने के लिए कच्चा माल पास के स्टोन क्रशर से आसानी से प्राप्त हो जाता है। क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों में ईट की मांग भी निरंतर बनी हुई है। ये महिलाएँ आज पूरे जिले में आर्थिक प्रबंधन एवं नियोजन की मिसाल बन गई हैं।

समूह की सदस्य लल्ली बाई बताती हैं कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में म.प्र.दीनदयाल अंत्योदय योजना के पीएफटी द्वारा समूह की सदस्यों को ईंट निर्माण कार्य के लिये प्रशिक्षित किया गया था। ईट निर्माण के लिये स्टोन डस्ट नजदीकी दोनिया स्टोन क्रशर से प्राप्त हो जाती है। यह समूह हाल ही में बना है। समूह के सदस्यों ने 12 हजार ईटों का निर्माण कर 20 हजार की शुद्ध आय अर्जित की है। इन ईंटों का प्रयोग क्षेत्र मे  लगभग 45 शौचालयों के निर्माण में किया गया है।

ग्राम अमगवाँ की इन महिलाओं ने संकल्प लिया है हम सब मिलकर इस उद्योग को समृद्ध बनाएंगे। समूह की लल्ली बाई, नेमवती, संतवती, दोनिया बाई, खुजिया बाई, मुन्नी बाई, अमरतिया बाई, कमलवती, दुर्गा बाई, चन्द्रवती, रूगी बाई और बिसमोतीन बाई ने तो नये लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ना शुरू कर दिया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here