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J&K: 13 साल बाद घाटी में निकाय चुनाव; 1 बजे तक करगिल में 73.6%, बांदीपोरा में 2.5% मतदान….

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जम्मू-कश्मीर में 13 साल बाद सोमवार को शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के पहले चरण के लिए मतदान हो रहा है। चुनाव आयोग ने बताया कि 11 बजे तक सबसे ज्यादा मतदान राजौरी में 67.7 फीसदी हुआ। पुंछ में 63.5%, जम्मू में 43.4%, करगिल में 73.6%, लेह में 44.2%, कुपवाड़ा में 26.3%, अनंतनाग में 6.1%, बड़गाम में 12% और बारामूला में 3.7%, बांदीपोरा में 2.5% मतदान हुआ है।

पहले चरण में 1,283 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण में जम्मू के 247 वार्ड, कश्मीर में 149 और लद्दाख के 26 वार्ड में चुनाव हो रहे हैं। इसके बाद 10 अक्टूबर को दूसरे चरण में 384 वार्ड, तीसरे चरण में 13 अक्टूबर को 207 वार्ड और 16 अक्टूबर को आखिरी चरण में 132 वार्डों में वोट डाले जाएंगे।जम्मू नगर निगम में 505 और निकाय समितियों में 79 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस चरण में 5.86 लाख से अधिक मतदाता वोट डालेंगे। जम्मू नगर निगम में 505 और निकाय समितियों में 79 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां पहली बार ईवीएम से वोटिंग हो रही है। नतीजे 20 अक्टूबर को आएंगे।

इससे पहले राज्य में 2005 में निकाय चुनाव हुए थे। पहले चरण में 46 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों को तैनात किया गया है। मतदान शाम चार बजे तक होगा।जम्मू में 534 वार्डों के लिए 2137 उम्मीदवार मैदान में हैं। जम्मू नगर निगम में 75 वार्ड हैं, यहां 447 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा। वहीं, सात निकाय समितियों से 294 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए।

जम्मू-कश्मीर में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव 8-16 अक्टूबर तक चार चरणों में होने हैं। जम्मू और श्रीनगर नगर निगमों समेत राज्य में कुल 1,145 वार्डों के लिए चार चरणों में होने वाले चुनाव के लिए 2,990 उम्मीदवार हैं। जम्मू क्षेत्र से  2,137, श्रीनगर से 787 और लद्दाख क्षेत्र से 66 उम्मीदवार मैदान में हैं। करीब 17 लाख मतदाता वोट डालेंगे।

नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने इन चुनावों में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। दोनों पार्टियों ने अनुच्छेद 35ए को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया। वहीं, भाजपा और कांग्रेस ने ज्यादातर सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं।चुनाव के बहिष्कार की वजह से घाटी में 150 वार्डों में एक भी नामांकन नहीं भरा गया। इसका सीधा फायदा भाजपा को मिला। पार्टी के एक नेता ने दावा किया कि घाटी के कुल 624 वार्डों में से 60 से ज्यादा पर भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध जीत चुके हैं। विधानसभा चुनाव में पार्टी इन इलाकों में खाता भी नहीं खोल सकी थी।

निकाय चुनाव को लेकर अलगाववादियों ने कश्मीर घाटी में हड़ताल का ऐलान किया है। ऐसे में घाटी में सभी ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी गईं। वहीं, कारवां-ए-अमन बस सेवा भी सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दी गई। इसके अलावा कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा रोक दी गई। कई इलाकों में इंटरनेट की स्पीड कम की गई है।

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