भोपाल: अभिव्यक्ति गरबा महोत्सव का दूसरा दिन युवाओं की ऊर्जा से लबरेज़ रहा। भेल दशहरा मैदान में मां दुर्गा की आराधना से ऊर्जा का जो संचार हुआ, वो रात तक जारी था। ढेर सारे रंग, जुदा अंदाज, वेशभूषा पारंपरिक, लेकिन अलग-अलग स्टाइल। और एडवांस्ड साउंड सिस्टम की बीट्स पर सबके लय-ताल एक सुर में। शुक्रवार को हर रोज की तरह सबसे पहले हाथों में दीया लेकर मां शक्ति की भक्तिपूर्ण आराधना और आरती की गई। इसके बाद दूधिया रोशनी से सराबोर मैदान पर शुरू हुई अभिव्यक्ति गरबा की खूबसूरत शाम।
अभिव्यक्ति गरबा महोत्सव की आज की शाम उन बुजुर्गों के लिए भी सजाई गई, जो अपनों से दूर हैं। आसरा, ओल्ड एज होम, सीनियर सिटीजन और अपना घर के 90 बुजुर्गों को भास्कर सरोकार की टीम ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद सभी बुजुर्गों को भोजन कराया गया। इस स्वागत से बुजुर्गों के चेहरे खिल उठे। वह खुशी से झूम रहे थे और फिर सभी ने गरबे का आनंद लिया।
शाम 7.30 बजे से गरबा पंड़ाल पर गरबा प्रेमियों का आना शुरू हो गया था। कुछ पार्टिसिपेंट्स ने थीम बेस्ड एसेसरीज़ पहन रखीं थीं तो कुछ परंपरागत शैली में सज संवरकर मां की आराधना करने पहुंचे। मां दुर्गा की भव्य आरती के बाद प्रज्ज्वलित दीये लिए प्रतिभागियों ने आद्या शक्ति की आराधना की और फिर रास, डांडिया और गरबा में सभी खो गए। मुख्य सर्कल के अलावा जनरल सर्कल में भी हजारों लोग गरबा करते नजर आए। जगमग रोशनी के बीच गरबा देखने पूरा शहर उमड़ पड़ा।
एक लाख वॉट के साउंड सिस्टम पर गूंजते बॉलीवुड और गुजराती गीतों पर पारंपरिक गरबे को एक अलग ही दुनिया बनाई। शहर भर से पहुंचे गरबा प्रेमी इन द़श्यों को अपलक देखते रहे। गरबा की परंपरा के प्रति श्रद्धा थी तो फैशन का इंद्रधनुषी रंग भी था। ये परंपरागत और भक्ति की भव्य अभिव्यक्ति थी। 4 हज़ार पार्टिसिपेंट्स और हज़ारों आम नागरिकों ने अभिव्यक्ति को एक गरिमामयी शुरुआत दी। पार्टिसिपेंट्स चलिया चोली, धोती-कुर्ते और डिज़ाइनर ड्रेसेस पहनकर गरबा पंडाल पर पहुंचे और पारंपरिक और बॉलीवुड सॉन्ग्स पर स्टाइलिश गरबे किए।
अभिव्यक्ति गरबा महोत्सव में फैशन और स्टाइल का तड़का भी देखने को मिला। गरबे के लिए लड़के-लड़कियां स्टाइलिश और ट्रेडिशनल लुक में नजर आए। इन्होंने ड्रेस से लेकर मेकअप तक में एक्सपेरिमेंट्स किए हैं। ग्लैमरस औऱ स्टाइलिश दिखने के लिए लड़कियों ने जहां ट्राइबल और बॉलीवुड कलर थीम पर बेस्ड मेकअप करवाया तो वहीं कुछ ने डिफरेंट ट्राइबल गोदनों और साइन का इस्तेमाल भी किया। मेकअप और ड्रेस के अनुसार ही कई पार्टिसिपेंट्स ने हेयर स्टाइल भी बनाई थी।
अभिव्यक्ति में अलग-अलग शहरों के फेमस फूड आइटम के स्टॉल्स भी लगे हैं। इसमें उपवास के खिचड़ी, बड़ा तो है ही। इसके बाद ग्वालियर चाट का जबरदस्त स्वाद भी है। आखिर में फलहारी पान भी लगाया गया है। गरबा करने और देखने आए लोग ब्रेक मिलते ही फूड स्टॉल पर व्यंजनों का आनंद लेते नजर आए। ग्वालियर की चाट के साथ ही राजस्थानी और गुजराती थालियों का लुत्फ उठाया। सेल्फी जोन पर लोगों की भीड़ जुटी रही।
गरबा- अश्विन मास की नवरात्रि पर गुजरात में कच्ची मिट्टी के दीयों में दीपक जलाकर नृत्य किया जाता है।डांडिया- देवी-दुर्गा और महिषासुर के बीच युद्ध का प्रतीक, जिसे नृत्य के रूप में दिखाया जाता है। डांडिया रास- श्रीकृष्ण की लीलाओं का स्वरूप।
तीन ताली- मनुष्य अपनी इच्छाओं को हाथ की धव्नि से त्रिमूर्ति- ब्रह्मा, विष्णु, महेश तक पहुंचाता है।अभिव्यक्ति गरबा स्थल पर भास्कर प्लस ऐप के बूथ पर जाइए। अपना फोटो खींचिए और ऐप के अभिव्यक्ति फोटो कॉन्टेस्ट सेक्शन पर अपलोड कीजिए। सिलेक्टेड फोटो को मिलेगा स्मार्ट फोन, माइक्रोवेव और ट्रॉली बैग जैसे कई इनाम। यह कॉन्टेस्ट 15 अक्टूबर तक चलेगा