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EVM में खराबी के बीच तेलंगाना और राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी तेलंगाना में भी लगी लंबी कतारें…

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तेलंगाना और राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. राजस्थान में बड़े पैमाने पर ईवीएम में खराबी की बात सामने आई है. मतदान केंद्रों पर भारी भीड़ देखी जा रही है. ईवीएम की खराबी की वजह से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल को भी करीब एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा. तेलंगाना में वोटर लिस्ट में नाम नहीं देखकर भड़की भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा, ट्विटर पर लिखा ये कैसा निष्पक्ष चुनाव है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ज्वाला की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यह पूरे देश में हो रहा है

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए हो रहे मतदान के पहले तीन घंटे में लगभग 22 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला. राज्य की 200 में 199 सीटों के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और पहले एक घंटे में 6.23 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके थे. यह आंकड़ा सवा ग्यारह बजे तक 21.91 प्रतिशत से अधिक हो गया. कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीनों के काम नहीं करने की खबरें भी आई हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और अन्य प्रमुख नेता अब तक अपना वोट डाल चुके हैं राजस्थान के बीकानेर में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ख़राब होने की वजह से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल एक घंटे से ज्यादा तक लाइन में खड़ा होना पड़ा. वहीं, आम जनता का धैर्य अब टूटने लगा है. नाराज़ जनता वापस भी लौट रही है और आरोप लगा रही है कि जहां केंद्रीय मंत्री हैं उस बूथ पर अगर ऐसी व्यवस्था है तो बाक़ी जगह क्या हाल होगा. तेलंगाना में सुबह 11 बजे तक 23.4% मतदान हुआ. सूबे में 119 सीटों पर सुबह सात बजे से वोट डाले जा रहे हैं

बीकानेर में जिस बूथ पर ईवीएम खराब होने की वजह से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पिछले करीब डेढ़ घंटे से लाइन में खड़े हैं, वहां वोटिंग शुरू हो गई है. फिलहाल मंत्री मेघवाल लाइन में हैं और 5 लोगों के बाद उनका नंबर आएगा. तेलंगाना और राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. राजस्थान में बड़े पैमाने पर ईवीएम में खराबी की बात सामने आई है. मतदान केंद्रों पर भारी भीड़ देखी जा रही है. ईवीएम की खराबी की वजह से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल को भी करीब एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा.बूंदी में बूथ नम्बर 16 पर पुलिस और मतदाताओं में तीखी नोक झोंक. अव्यवस्थाओं को लेकर कर रहे थे हंगामा, हंगामे की वजह से मौके पर भीड़ जमा

शरद यादव ने राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ निजी टिप्पणी की थी. शरद यादव ने वसुंधरा को लेकर कहा था, ”वसुंधरा को आराम दो, थक गई हैं, बहुत मोटी हो गई हैंबीकानेर पूर्व विधानसभा में बूथ नंबर 172 केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ईवीएम खराब होने की वजह से लगभग एक घंटे से लाइन में खड़े हैं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वोट डाला. तेलंगाना में कई सीटों पर ओवैसी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. सूबे में सभी 119 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. कोटा में कई जगह ईवीएम मशीन में तकनीकी खराबी के चलते देरी से वोटिंग शुरू हुई. एक घंटे में कोटा में 5.25 प्रतिशत मतदान हुआ. फतेहपुर शेखावाटी में इंडियन स्कूल में स्थित 134 नंबर बूथ पर कंट्रोल यूनिट की एलईडी खराब हुई. प्रशासन ने मशीन बदलकर मतदान शुरू करवाया. वहीं चमड़िया कॉलेज के एक बूथ पर एक घंटे की देरी से मतदान शुरू हुआ. यहां EVM में खराबी देखी गई.

ईवीएम में खराबी की वजह से सवाई माधोपुर के पिपलाई में 20 मिनट की देरी से मतदान शुरू हुआ, भरतपुर में भी कई जगहों पर ईवीएम खराब विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी पार्टी राज्य में भारी बहुमत से सरकार बनाएगी. गहलोत ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि लोगों ने वसुंधरा राजे को घर वापस भेजने के लिए फैसला ले लिया है. डूंगरपुर के म्याला में 40 मिनट की देरी से मतदान शुरू हुआ. केंद्रों पर लगी लंबी कतार. बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी सहित मतदाता कर रहे है इंतज़ार राजस्थान के बून्दी के छात्रपुरा बूथ पर 40 मिनट बाद फिर से शुरु हुआ मतदान, ईवीएम मशीन में खराबी के चलते रुका था मतदान. कांग्रेस जीतती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सवाल पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि हम बहुमत हासिल करने के बाद बैठकर तय करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा.

राजस्थान की 199 और तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर वोटिंग शुरू हो चुकी है. तेलंगाना में सुबह सात बजे से और राजस्थान में आठ बजे से वोट डाले जा रहे हैं. राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच काफी कड़ा मुकाबला है, यहां लोगों ने पिछले 20 सालों से एक कार्यकाल के बाद उसी पार्टी को दोबारा सत्ता में नहीं बिठाया है. वहीं तेलंगाना में टीआरएस अपने दूसरे कार्यकाल के लिए कांग्रेस नीत पीपुल्स फ्रंट की चुनौतियों का सामना कर रही है. सूबे में बीजेपी भी मैदान में है.

इस चुनावी मौसम में छत्तीसगढ़, मिजोरम और मध्य प्रदेश में वोटिंग हो चुकी है. सभी पांच राज्यों के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे जो इस ओर संकेत दे सकते हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले हवा का रुख किसकी ओर है.200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा के लिए मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है, लेकिन कई जगह पर मुकाबले के त्रिपक्षीय हो जाने की संभावना है. 119 सदस्यीय तेलंगाना में कांग्रेस ने तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएण) और तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के साथ गठबंधन किया है और टीआरएस को टक्कर देने के लिए तैयार है. राजस्थान में 4.74 करोड़ लोग मतदान करने के योग्य हैं, वहीं तेलंगाना में 2.80 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं. तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर 1,821 उम्मीदवारों की किस्मत एक चरण में होने वाले इस चुनाव में तय होगी.

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