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अपर्णा पोपट

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अपर्णा पोपट भारत की सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं। वह लगातार 8 वर्षों तक राष्ट्रीय महिला चैंपियन रह चुकी हैं। उन्होंने 1998 में फ्रेंच ओपन में महिलाओं का एकल खिताब जीता है। उन्हें 2005 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है। ‘अपर्णा पोपट’ को देश की अति श्रेष्ठ शटलर माना जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर ख्याति पाई है

शिक्षा एवं परिचय
अपर्णा पोपट का जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में 18 जनवरी 1978 को एक गुजराती परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम लालजी पोपट और माता का नाम हिना पोपट है। उन्होंने मुंबई के जे. बी. पेटिट हाई स्कूल में पढ़ाई की। अपर्णा ने मुंबई विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है

राष्ट्रीय खेलों में योगदान
1998 में अपर्णा ने अपना पहला राष्ट्रीय (सीनियर) खिताब जीता। इसके पश्चात् लगातार 8 वर्षों तक वह महिलाओं का एकल राष्ट्रीय खिताब जीतती रही हैं। उन्होंने 69वें सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में फ़रवरी 2005 में जमशेदपुर में आखिरी राष्ट्रीय खिताब जीता।

अंतर्राष्टीय खेलों में योगदान
राष्ट्रीय स्तर पर खेल में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के अतिरिक्त उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन करके ख्याति अर्जित की है। 1996 में अपर्णा विश्व जूनियर चैंपियनशिप में डेन्मार्क में रनर-अप रहीं

प्रतिभाशाली
अपर्णा में खेल प्रतिभा खूब है परन्तु उन्हें अभी अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर चमकना बाकी है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर चीनी खिलाड़ियों का दबदबा है। उन पर विजय पाने के लिए अभी अपर्णा को और मेहनत की आवश्यकता है। अपर्णा को वर्ष 2005 के लिए ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

अपर्णा की उपलब्धियां
अपर्णा पोपट ने लगातार 8 वर्षों तक महिला बैडमिंटन जीती है।
1996 में डेन्मार्क में हुई विश्व जूनियर चैंपियनशिप में अपर्णा रनर-अप रहीं।
1998 में पेरिस में हुए फ्रेंच ओपन मुकाबले में अपर्णा ने महिलाओं का एकल खिताब जीता।
1998 में कुआलालंपुर में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने रजत पदक जीता।
2005 में अपर्णा पोपट को ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।[

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