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राजस्थान गुर्जर आरक्षण: आज भी पटरियों पर डटे हैं आंदोलनकारी, कई ट्रेनें प्रभावित…

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राजस्थान में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति का आरक्षण की मांग को लेकर शनिवार को भी आंदोलन जारी है। गुर्जर समुदाय के सदस्य सवाई माधोपुर के मकसूदनपुरा में रेलवे ट्रैक पर बैठे हुए है। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर तंबू लगाए हुए हैं। इसके चलते भरतपुर संभाग में दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से ठप हो गया है। शनिवार को कोटा संभाग में पश्चिम मध्य रेलवे की 4 ट्रेन का रूट बदला गया है। 14 ट्रेनें रद्द की गई हैं।

गुर्जर समुदाय के एक सदस्य ने शनिवार को कहा, ‘हमारे पास अच्छा सीएम और अच्छा पीएम है, हम चाहते हैं कि वह गुर्जर समुदाय की मांगें सुनें। हमारी आरक्षण की मांग पूरी करना उनके लिए कोई बड़ा काम नहीं है।’गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने इस बार के आंदोलन को ‘आर-पार की लड़ाई’ बताया है। बैंसला सवाई-माधोपुर जिले में मलारना डूंगर के पास समर्थकों के साथ रेल लाइन पर बैठे हुए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे हालात पर करीबी निगाह रखे हुए हैं।

गुर्जर नेताओं ने महापंचायत के बाद शुक्रवार से आंदोलन शुरू करने का फैसला किया। इसके बाद आंदोलनकारियों ने बयाना, गंगापुर एवं सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशनों पर कई सवारी रेलगाड़ियों को रोक दिया। भरतपुर जंक्शन रेलवे के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सवाई-माधोपुर स्टेशन पर अवध एक्सप्रेस, बयाना जंक्शन पर चंडीगढ़-कोच्चि एक्सप्रेस और हिंडौन रेलवे स्टेशन पर जनशताब्दी एक्सप्रेस को रोक लिया। आगे की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। मुंबई की ओर से दिल्ली जाने वाली रेलगाड़ियों को भी रोक लिया गया है। रेलमार्ग अवरुद्ध होने से कई रेलगाड़ियों का रास्ता बदल दिया गया है।

इससे पहले गुर्जर आरक्षण आंदोलन के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने चेतावनी दी कि आरक्षण मिलने तक वह पटरी से नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि अजमेर-जयपुर, टोंक-जयपुर, दौसा-जयपुर, कोटपुतली- राजमार्ग और रेल यातायात अवरुद्ध किया जाएगा। रेल पटरी पर बैठने के बाद बैंसला ने मीडिया से कहा कि यह आर-पार की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अपने वादे पर खरा उतरना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हालात बदल गए हैं, इस बार हम चूकेंगे नहीं।’

गुर्जर नेता अपनी मांग के समर्थन में रेल व सड़क मार्गों को अवरुद्ध करने की चेतावनी दे चुके हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य में गुर्जरों के आंदोलन का मुद्दा 14 साल से चल रहा है।गुर्जर समाज सरकारी नौकरियों एवं शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए गुर्जर, रायका-रेबारी, गड़िया लुहार, बंजारा और गड़रिया समाज के लोगों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहा है। वर्तमान में अन्य पिछडा वर्ग के आरक्षण के अतिरिक्त 50 प्रतिशत की कानूनी सीमा में गुर्जर को अति पिछड़ा श्रेणी के तहत एक प्रतिशत अलग से आरक्षण मिल रहा है। शुक्रवार को हरकत में आए रेलवे ने मथुरा से कोटा होते हुए मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों को आगरा, ग्वालियर, झांसी, बीना के रास्ते रतलाम की ओर भेजने का प्लान बनाया। आगरा रेल मंडल के पीआरओ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि आंदोलन की वजह से ट्रेन यात्रियों को कम से कम परेशानी हो, इसके लिए रेलवे ने आंदोलन खत्म होने तक का एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। शुक्रवार को करीब आधा दर्जन गाड़ियों को डायवर्ट करके गुजारा गया। दिल्ली की तरफ से आने वाली ट्रेनों के साथ-साथ मुंबई की ओर से आने वाली ट्रेनों को रतलाम से सेंट्रल लाइन पर लाकर रवाना किया जाएगा।

कल इन गाड़ियों का रूट बदला गया
– हजरत निजामुद्दीन- कोचुवेली एक्सप्रेस को बयाना-आगरा कैंट, बीना- रतलाम से होकर गुजारा गया।
– हजरत निजामुद्दीन- बांद्रा टर्मिनस गरीबरथ एक्सप्रेस को भरतपुर-बांदीकुई-जयपुर-सवाई माधोपुर होकर चलाया गया।
– फिरोजपुर-मुंबई सेंट्रल जनता एक्सप्रेस को आगरा कैंट-झांसी-रतलाम के रास्ते गुजारा गया।
– नई दिल्ली- बांद्रा टर्मिनस राजधानी एक्सप्रेस आगरा कैंट-झांसी-बीना-रतलाम होकर गई।
हजरत निजामुद्दीन-मुंबई सेंट्रल अगस्त क्रांति राजधानी को आगरा कैंट-झांसी-बीना-रतलाम होकर गुजारा गया।
– बांद्रा टर्मिनस- मुजफ्फरपुर अवध एक्सप्रेस सवाई माधोपुर-जयपुर-बांदीकुई-भरतपुर-आगरा फोर्ट होकर चली।
– अमृतसर-बांद्रा टर्मिनस पश्चिम एक्सप्रेस आगरा कैन्ट-झांसी-बीना-रतलाम होते हुए गई।

कल ये गाड़ियां बीच में निरस्त हो गई थीं
– मथुरा-सवाई माधोपुर पैसेंजर को गंगापुर सिटी पर निरस्त किया गया।
– हजरत निजामुद्दीन- कोटा जनशताब्दी एक्सप्रेस गंगापुर सिटी पर निरस्त कर दी गई।
– रतलाम-मथुरा पैसेंजर ट्रेन सवाई माधोपुर में निरस्त की गई।
– रतलाम-आगरा फोर्ट पैसेंजर कोटा में निरस्त हो गई।

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