भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में नियुक्ति और आर्थिक अनियमितताओं में फंसे पूर्व कुलपति प्रो. बीके कुठियाला मंगलवार को भी बयान दर्ज कराने जांच एजेंसी ईओडब्ल्यू के समक्ष पेश नहीं हुए। डीजी केएन तिवारी ने उन्हें तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद भी वे हाजिर नहीं होंगे तो उन्हें गिरफ्तार करके भोपाल लाया जाएगा।
एमसीयू में नियुक्ति और आर्थिक अनियमितताओं के मामले में ईओडब्ल्यू ने कुठियाला समेत 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ईओडब्ल्यू ने कुठियाला को नोटिस जारी कर बयान दर्ज कराने 8 जून को तलब किया था। लेकिन कुठियाला ने फोन पर बात करके यह कहते हुए 15 दिन का समय मांगा था कि ईओडब्ल्यू का नोटिस उन्हें एक दिन पहले (7 जून) ही मिला है।
डीजी तिवारी ने 15 दिन का समय देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कुठियाला ने 11 जून को हाजिर होने पर सहमति दी थी। मंगलवार शाम तक वे ईओडब्ल्यू नहीं पहुंचे। तिवारी का कहना है कि कुठियाला को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि वे उपस्थित नहीं होंगे तो उन्हें गिरफ्तार करके लाया जाएगा। कुठियाला के ऊपर आरोप है कि पत्रकारिता विवि में कुलपति रहते आर्थिक अनियमितता करने सहित टीचिंग व टीचिंग पदों पर मनमर्जी से बड़ी संख्या में भर्ती की गई है।