Home Una Special स्कूलों में 3 माह बाद भी नहीं हुई प्रथम चरण की परीक्षाएं…

स्कूलों में 3 माह बाद भी नहीं हुई प्रथम चरण की परीक्षाएं…

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ऊना। जिले के सरकारी स्कूलों में अभी तक भी पहली से जमा दो तक के हजारों विद्यार्थियों की प्रथम चरण की परीक्षाएं तक नहीं हो पाई हैं। शिक्षा विभाग के नियमानुसार यह परीक्षाएं जून में हो जानी चाहिए थी। अगर किसी समस्या के कारण लेट लतीफी होती है तो फिर छुट्टियों के बाद परीक्षाएं करवाना जरूरी है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाया।

जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के पूर्व शिक्षा उपनिदेशक बीआर धीमान ने पूर्व उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति के साथ मिलकर सभी स्कूलों में पहली से लेकर जमा दो तक की कक्षाओं की एक साथ करवाने का निर्णय लिया था। इसमें इन परीक्षा में प्रश्न-पत्रों को डाईट द्वारा तैयार करवाकर जिला में एक ही दिन में एक विषय की परीक्षा करवाने पर सहमति बनी थी। इससे सभी स्कूलों और शिक्षकों ने सराहनीय कदम बताया था। लेकिन अब शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की ओर से बरती जा रही लेटलतीफी के कारण यह परीक्षाएं आयोजित नहीं हो पा रही है। अगर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी इस विषय पर थोड़ी मेहनत करते तो परीक्षाएं हो सकती थीं। शिक्षक संघों ने जताई कड़ी आपत्ति

स्कूलों में विद्यार्थियों की प्रथम चरण की परीक्षाओं का आयोजन न होने से शिक्षक संघों में भी शिक्षा विभाग के खिलाफ रोष है। शिक्षकों का कहना है कि उच्चाधिकारी की लेटलतीफी के कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले निर्धन विद्यार्थियों को नुकसान हो रहा है। अगर प्रथम चरण की परीक्षाएं देरी से होगी तो द्वितीय चरण की परीक्षाएं भी देरी से होगी। इससे शिक्षकों में भारी रोष है। छुट्टियों की तिथि निर्धारित न होने से हुई देरी : देवेंद्र

डाईट देहलां के प्रधानाचार्य देवेंद्र कुमार ने कहा कि ग्रीष्म कालीन की छुट्टियों की तिथि पहले से सुनिश्चित न हो पाने के कारण परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं। इन परीक्षाओं को सितंबर में प्राथमिकता के आधार पर करवाया जाएगा। खेलों के बाद होगी परीक्षाएं : राणाउच्चतर शिक्षा उपनिदेशक पीसी राणा ने कहा कि सरकारी स्कूलों में प्रथम चरण की परीक्षाएं स्कूली विद्यार्थियों की चल रही खेलों के समापन के बाद ही हो पाएंगी। इसके लिए डाईट देहलां को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

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