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2 करोड़ के आभूषणों से खजराना गणेश का शृंगार बड़े गणपति को चोला चढ़ाया..

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गणेश चतुर्थी पर खजराना गणेश का 2 करोड़ के स्वर्ण आभूषण से शृंगार कर सवा लाख लड्डूओं का भोग लगाया गया। वहीं बड़े गणपति पर सुबह चोला चढ़ाकर गणेशोत्सव की शुरुआत की गई। सुबह से खजराना गणेश और बड़ा गणपति सहित शहरभर के गणेश मंदिराें में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने आराध्य के दर्शन के साथ ही दिन की शुुरुआत की। वहीं घरों और पंडालों में भी जगमग लाइटोें के बीच गजाजन की स्थापना की गई।

पुजारी पं. अशोक भट्ट ने बताया सुबह ध्वज स्थापना के साथ ही 10 दिनी गणोशोत्सव की शुरुआत को गई। कलेक्टर लोकेश जाटव ने परिवार सहित भगवान का पूजन किया। वहीं मंत्री तुलसी सिलावट, जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा ने भी खजराना गणेश के दर्शन किए। भट्‌ट के अनुसार चार स्टेप के माध्यम से एक साथ 200 से ज्यादा भक्त भगवान के दर्शन कर रहे हैं। मंदिर में इस प्रकार का प्रबंध किया गया है। भक्त मंडल के अरविंद बागड़ी ने बताया कि सोमवार सुबह खजराना गणेश को सवा लाख मोदक का भोग लगाया गया।

बड़ा गणपति मंदिर के पं. धनेश्वर दाधीच ने बताया सवा मन घी और सिंदूर का चोला भगवान को चढ़ाया गया है। चांदी के मुकुट के स्थान पर भगवान को चार फीट का साफा पहनाया गया है। सोमवार सुबह 7 बजे गणेश आराधना, 9 बजे गणेश अर्थवशीष व हवन हुआ। रात में भगवान की आरती होगी। वहीं मरीमाता चौराहा स्थित श्री सिद्ध विजय गणेश मंदिर पर सोमवार रात साढ़े 8 बजे महाआरती होगी। संयोजक गोलू शुक्ला ने बताया मंदिर में पुष्प शृंगार, छप्पन भोग के साथ गणेश महोत्सव शुरू होगा। सिलावटपुरा स्थित गणेश धाम मंदिर पर श्री गणेश जन्म उत्सव के उपलक्ष्य में 10 दिवसीय शृंगार, महाआरती व प्रसाद वितरण होगा। पोटली वाले चिंतामण गणेश मंदिर के महेंद्र पुराणिक ने बताया मंदिर में रोजाना दस दिनों तक अलग-अलग शृंगार किया जाएगा।

नंदानगर : गणपति जल बचाने और भक्तों को फिट रहने के लिए प्रेरित कर रहे। पालदा के राजा : बंगाली कारीगरों ने भव्य महल तैयार किया है। मुंबई से 21 फीट की विशाल प्रतिमा लाकर स्थापित की गई। मुंबई की तर्ज पर 80 बाय 60 का भव्य पंडाल बनाया गया है। जयरामपुर कॉलोनी : श्री सिद्धि विनायक की याद दिलाती प्रतिकृति बनाई जा रही है। प्रतिकृति में 11 फीट के गणेशजी दर्शन दे रहे हैं। मंदिर की प्रतिकृति हूबहू मंदिर जैसी ही 40 बाय 60 के पंडाल में बनाई गई है। गणेश महल भी तैयार किया गया है, इसमें वर्ष 2009 से 2018 तक विराजित गणेश प्रतिमाओं को दोबारा तैयार कर भक्तों के दर्शन को रखा गया है। संस्था मातृभूमि द्वारा भगवान विष्णु के विराट स्वरूप में गणेश जी की स्थापना सागर चौराहे पर गई है। 13 फीट ऊंची प्रतिमा है। इसमें ढाई सौ से तीन सौ किलो मिट्टी का उपयोग किया गया है। जयरामपुर कॉलोनी में ही महाराष्ट्र से लालबाग के राजा के स्वरूप में भगवान की 12 फीट ऊंची और 7 फीट चौड़ी प्रतिमा तैयार होकर आई है। यहां पर थ्रीडी स्क्रीन का सिंहासन तैयार किया जा रहा है। संस्था प्रयास द्वारा नंदानगर में पुणे के दगड़ू सेठ को विराजित किया गया है। यहां 51 फीट ऊंचा मंदिर बनाया गया है, जिसमें 13 फीट ऊंची भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमा स्थापित की गई है।

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