चाचा घर आए तो उनके हेलमेट का शीशा सुर्ख लाल था,
शर्ट पर भी लाल धब्बे थे…..
सब घबरा गए………
तत्काल दो लोग सहारा देकर घर के भीतर ले गए… बिजली नहीं थी तो एक जना पंखा झलने में लग गया….
एक ने जूते मोजे उतारना शुरू किया…
सब सदमे में थे..इतना खून..?
चचा से पूछा..चचा क्या हुआ..?
कोई बड़ी दुर्घटना ? कहीं गिर-गिरा गए क्या?
चचा बोले नहीं रे… प्रेक्टिस नहीं है न हेलमेट पहनने का…
तो पान थूकते बखत भूल गए कि शीशा बन्द है.