Home राष्ट्रीय मोदी की दीये जलाने की अपील पर ममता बोलीं….

मोदी की दीये जलाने की अपील पर ममता बोलीं….

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 अप्रैल को रात 9 बजे दीया या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाने की अपील पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टिप्पणी की। ममता ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री मोदी के मामलों में नहीं पड़ती। अभी मैं राजनीति करूं या कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकूं। आप लोग क्यों राजनीतिक जंग कराना चाहते हैं। जिनको मोदी की बात सही लगे, वे मानें। अगर मुझे सोना होगा, तो मैं सोऊंगी। यह बिल्कुल निजी मामला है।’’

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मोदी की अपील पर कहा, ‘‘लाइट बंद करके बालकनी में आएं? मोदी जी, सच्चाई का सामना करें। भारत की जीडीपी को 8-10% तक लाएं। लॉकडाउन के दौरान मजदूरों के लिए तत्काल मजदूरी सुनिश्चित कीजिए। फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के नाम पर असली प्रेस को रोकना बंद करें।’’ वहीं, बंगाल के मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि देश को मोदी से कुछ दिशा की उम्मीद है। दीया जलाएंगे और कोरोनावायरस को खत्म करेंगे।

पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘हम आपकी सुनेंगे और 5 अप्रैल को दिया जलाएंगे, बदले में आप भी अर्थशास्त्रियों की बात सुनें। आज हम आपसे उन गरीबों के लिए एक सहायता पैकेज की उम्मीद कर रहे थे, जिसे वित्त मंत्री ने नजरअंदाज कर दिया था।’’

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, ‘‘प्रधान शोमैन को सुना। उन्होंने लोगों की पीड़ा, बोझ और वित्तीय चिंताओं को लेकर कुछ नहीं कहा। यह सिर्फ फोटो-ऑप प्रधानमंत्री द्वारा तैयार किया गया फील-गुड मोमेंट था।’’ वहीं, कपिल सिब्बल ने कहा, “‘मोदी जी तर्क का दीया जलाएं, अंधविश्वास का नहीं।’’

महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा है कि एक साथ लाइट बंद करने से पॉवर ग्रिड फेल होने का खतरा है, इसलिए लोग माेमबत्ती या दीया तो जलाएं, लेकिन लाइट बंद न करें।

शुक्रवार को मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल को कोरोना संकट के अंधकार को चुनौती देने लिए लाइटबंद दिया जलाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, ‘‘हमें प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। रविवार को 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण है। घर की सभी लाइटें बंद कर, दरवाजे पर या बालकनी में, खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं।’’

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