Home राष्ट्रीय आज मचा सकता है तबाही तेज हवाएं और बारिश शुरू…

आज मचा सकता है तबाही तेज हवाएं और बारिश शुरू…

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चक्रवाती तूफान अम्फान बुधवार को जब पश्च‍िम बंगाल में दस्तक देगा तब बहुत ही भयानक रूप ले लेगा. यह जानकारी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक एसएन प्रधान ने संवाददाताओं को दे चुके हैं. प्रचंड चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान’ के आज यानी 20 मई को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचने का अनुमान है और इस गंभीर घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ ने जानमाल की हानि/क्षति रोकने के लक्ष्य से बल की 53 टीमें तैनात की हैं.

ओडिशा के पारादीप में कल रात से हवा और बारिश की रफ्तार बढ़ गई है. चक्रवाती तूफान अम्फान पारादीप से लगभग 125 किमी दक्षिण-पूर्व में है. जबकि पारादीप इलाके में ताजा जानकारी के मुताबिक 106 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से तेज हवा चल रही है.

ओडिशा के बालासोर ज़िले के चांदीपुर में तेज़ हवा चलने के साथ बारिश हो रही है. चक्रवात अम्फान से आज भूस्खलन की आशंका है. चक्रवात अम्फान को देखते हुए अब तक 1,704 शेल्टर होम तैयार किए गए हैं और 1,19,075 लोगों को निकाला गया है.

पश्च‍िम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तूफान को देखते हुए वह रेलवे से गुरुवार तक श्रमिक स्पेशल ट्रेने नहीं चलाने को कहेंगी. यह तूफान पश्चिम बंगाल के दिघा और बांग्लादेश के हटिया को बुधवार को पार कर सकता है.

तूफान ‘अम्फन’ पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों के नजदीक पहुंचने को है ऐसे में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) ने नाविकों को खतरे के प्रति सावधान करते हुए अपनी गादियों पर पोतों की आवाजाही रोक दी है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. बंदरगाह संपत्ति को तूफान में क्षति से बचाने के प्रबंध किए जा रहे हैं. बंदरगाह पर लंगर डाले जहजों को भी बचाव व सुरक्षा की तैयारी करने के निर्दश दिए गए हैं. वहीं डायमंड हार्बर और सागर लंगर क्षेत्र में माल उतारने-चढ़ाने का काम रोक दिया गया है. बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए वहां पोत प्रबंधन प्रणाली बंद रखी जाएगी.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मंगलवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के एक दर्जन से ज्यादा सांसदों से बातचीत करके उनसे चक्रवात ‘अम्फान’ के मद्देनजर तटीय जिलों में रहनेवाले लोगों को हर संभव सहायता पहुंचाने की अपील की. अध्यक्ष ने सासंदों को संबंधित एजेंसियों द्वारा बचाव कार्य और लोगों की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी.

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा है कि एनडीआरएफ ‘अम्फान’ को हल्के में नहीं ले रहा है क्योंकि ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत बंगाल की खाड़ी में आये प्रचंड चक्रवातीय तूफान का सामना कर रहा है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक एम. महापात्र ने कहा, ”यह बेहद महत्वपूर्ण घटनाक्रम है क्योंकि 1999 में ओडिशा तट पर आए प्रचंड चक्रवातीय तूफान के बाद यह उस श्रेणी का दूसरा तूफान है. उन्होंने बताया कि चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान’ के 20 मई को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच तट से टकराने का अनुमान है.”

एनडीआरएफ प्रमुख ने कहा कि यह तूफान सागरद्वीप और काकद्वीप के बीच भी तट से टकरा सकता है. गौरतलब है कि ये दोनों आबादी वाले क्षेत्र हैं. उन्होंने बताया कि ‘अम्फान’ के तट से टकराने के दौरान हवा की गति 195 से 200 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है और यह आबादी वाले इलाके को प्रभावित करेगा.

आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रधान ने बताया कि कच्चे मकान, मकानों की कच्ची छतों , नारियल के पेड़ों, टेलीफोन और बिजली के खंभों को गंभीर क्षति पहुंच सकती है. उन्होंने कहा कि इससे जानमाल की क्षति होने की भी आशंका है इसलिए हमारी तैयारी उसी के अनुरुप होनी चाहिए और राज्य सरकारों को भी यही कहा गया है.

एनडीआरएफ प्रमुख ने कहा कि बल ने ओडिशा और बंगाल में कुल 53 टीमें तैनात की है, इनमें से कुछ को स्टैंडबाई (तैयार) पर भी रखा गया है. पश्चिम बंगाल में 19 टीमें तैनात हैं जबकि चार स्टैंडबाई पर हैं, वहीं ओडिशा में 13 टीमें तैनात हैं और 17 स्टैंडबाई पर हैं. एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 कर्मी होते हैं.

 

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