Home मध्य प्रदेश बाबा रामदेव शिवराज से बोले अश्वगंधा-गिलाेय से तोड़ सकते हैं कोविड संक्रमण…

बाबा रामदेव शिवराज से बोले अश्वगंधा-गिलाेय से तोड़ सकते हैं कोविड संक्रमण…

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एक तरफ दुनिया कोविड की रोकथाम के लिए कारगर वैक्सीन की तलाश में जुटी है, दूसरी ओर योग गुरु बाबा रामदेव ने कोरोना वायरस के संक्रमण को तोड़ने का तरीका सुझाया है। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बाबा ने कहा कि जिस व्यक्ति की इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) अच्छी है, उसका कोरोना कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

प्राणायाम के साथ आयुर्वेदिक दवाओं के उपयोग से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी हो जाती है। खासतौर पर कोविड संक्रमण को अश्वगंधा, अणुतेल एवं गिलोय के उपयोग से तोड़ा जा सकता है। रामदेव ने बताया कि कोरोना मरीजों के उपचार में इनके उपयोग के अच्छे परिणाम सामने आए हैं।

योगगुरू ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी बात की। उन्होंने प्राणायाम की उपयोगिता के बारे में कहा कि भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम, विलोम, भ्रामरी एवं उज्जयी प्राणायाम नियमित रूप किया जाए तो तुरंत लाभ होता है। आम जनता के लिए उन्होंने बताया कि गिलोय, तुलसी, काली मिर्च, हल्दी एवं अदरक का काढ़ा रोज पिएं। उन्होंने कहा कि मैं 40 साल से बीमार नहीं हुआ। कभी भी अस्वस्थता लगती है तो काढ़ा पी लेता हूं। बाबा ने कहा कि मध्यप्रदेश में आ

दवाओं के माध्यम से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोरोना संक्रमण रोकने की दिशा में सराहनीय कार्य हुआ है। यहां से जो दिशा निकलेगी, उससे पूरे विश्व को लाभ होगा। प्राणायाम एवं आयुर्वेदिक औषधियां कोरोना को रोकने एवं उसके इलाज में अत्यंत उपयोगी हैं। वीसी के दौरान गृह व स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा समेत अधिकारी मौजूद रहे। वीसी के दौरान सीएमएचओ ने रामदेव से सवाल भी पूछे।

सचिव आयुष एमके अग्रवाल ने बताया कि मध्यप्रदेश में क्वारेंटाइन सेंटर्स में रहने वाले 4 हजार लोगों को तथा 532 काराेना मरीजों को आरोग्य कसायन-20 आयुर्वेदिक औषधि दी गई, जिसके काफी अच्छे परिणाम सामने आए हैं। इन मरीजों में से 504 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। प्रदेश में 7 आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम निरंतर शोध कर रही है कि कोरोना के विरूद्ध कौन-कौन सी आयुर्वेदिक दवाएं अत्यंत उपयोगी हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग किया जा रहा है। अभी तक लगभग 2 करोड़ लोगों को त्रिकुट काढ़े के पैकेट्स वितरित किए गए हैं। कोरोना वारियर्स (स्वास्थ्यकर्मी-पुलिस व अन्य) को भी काढ़ा पिलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आयुर्वेदिक दवाओं एवं प्राणायाम का उपयोग कोरोना के विरूद्ध जंग जीतने में अत्यधिक सहायक हाेगा।

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