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राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों को नम आंखों से आखिरी विदाई दे रहा है देश…

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लद्दाख की गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सैनिकों के साथ 15 जून को हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना ने अपने 20 जांबाज जवानों को खो दिया था. शहीद जवानों के पार्थिव शरीर अब उनके घरों में पहुंचने लगे हैं. ये 20 शहीद देश के अलग-अलग राज्यों के थे. सबसे ज्यादा 5 जवान बिहार के रहने वाले थे.

पटियाला: भारत-चीन के बीच हुई झड़प में जान गंवाने वाले नायब सूबेदार मनदीप सिंह के घर पर लोगों का जमावड़ा लगा है. मंदीप सिंह के एक रिश्तेदार ने बताया कि मंदीप सिंह एक बहुत ही बहादुर लीडर थे जिन्होंने हमारे देश के लिए लड़ते-लड़ते अपनी जान न्यौछावर कर दी.

शहीद सुनाल कुमार पटना में अंतिम विदाई दी जा रही है. सुनील बिहटा के रहने वाले थे. 2004 में उनकी शादी हुई थी. सुनील अपने पीछे पत्नी तीन बच्चे और बूढ़ें मां-बाप को छोड़ गए हैं. 6 महीने पहले सुनील अपने घर आए थे पर लॉकडाउन की वजह से दोबारा नहीं आ पाए. उनकी बेटी ने कहा मेरे पापा की शहादत का बदला लो. चीनी सैनिकों से झड़प में सुनील शहीद हो गए.

तेलांगना के सूर्यापेट में संतोष बाबू को अंतिम विदाई दी जा रही है. संतोष बाबू ने राष्ट्र की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. संतोष 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे. संतोष अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं. संतोष बाबू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुई झड़प में कर्नल संतोष बाबू की जान चली गई थी.

: पूर्वी लद्दाख में सोमवार रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए. इस घटना के बाद पूरे देश में शोक की लहर है.हर तरफ से चीन को मुहतोड़ जवाब देने की मांग की जा रही है. पूरा देश राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने के लिए श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है.

पीएम मोदी ने कहा- कहा- हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

दिल्ली- 20 जवानों के बलिदान पर प्रधानमंत्री मोदी ने दिलाया देश को भरोसा, कहा- हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, 19 जून को करेंगे सर्वदलीय बैठक- भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद बुधवार को पीएम मोदी ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ‘‘जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. देश की संप्रभुता सर्वोच्च है. देश की सुरक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता. इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिए.’’

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘‘भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम में है. हमारे दिवंगत शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं. मेरा आप सभी से, सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह है कि हम खड़े होकर दो मिनट मौन रखकर इन वीर सपूतों काे पहले श्रद्धांजलि देंगे. फिर मीटिंग को आगे बढ़ाएंगे.’’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है.

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