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खतरे में लोकतंत्र और संविधान, वे चाहते हैं देश बंद रखे मुंह: सोनिया गांधी….

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छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन के शिलान्यास समारोह के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि हमारा संविधान इन भवनों से नहीं भावनाओं से बचेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ समय में लोकतांत्रिक संस्थाएं ध्वस्त हो रही हैं और लोकशाही पर तानासाही का प्रभाव बढ़ रहा है।

सोनिया गांधी ने कहा, ”हमें याद रखना होगा कि हमारा संविधान इन भवनों से नहीं भावनाओं से बचा रहेगा। इन भवनों से दूषित और गलत भावनाओं के प्रवेश को रोकना होगा तभी हमारा संविधान बचेगा।” उन्होंने आगे कहा, ”आजादी की लड़ाई के दौरान हमने जो प्रण किया था उसे पूरा करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकि है। पिछले कुछ समय से लोकतंत्र के सामने नई चुनौतियां खड़ी हुई हैं। लोकतांत्रिक संस्थाएं ध्वस्त हो रही हैं। लोकशाही पर तानाशाही का प्रभाव बढ़ रहा है।”

सोनिया गांधी ने कहा, ”लोगों को लड़ाने वाली शक्तियां देश में नफरत का जहर फैला रही हैं। अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में हैं। लोकतंत्र को नष्ट किया जा रहा है। वे चाहते हैं कि देश के लोग, आदिवासी, महिलाएं, युवा अपना मुंह बंद रखें। वो देश का मुंह बंद रखना चाहते हैं।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कह, ”हमारे किसी पूर्वजों, जिनमें महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और बीआर आंबेडकर शामिल हैं, ने कभी सोचा नहीं होगा कि देश आजादी के 75 सालों के बाद इतनी कठिन परिस्थितियों का सामना करेगा, जब लोकतंत्र और संविधान खतरे में हैं।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”15 वर्ष की लंबी अवधि के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है। पिछले वर्षों में छत्तीसगढ़ में जो हुआ वह उदाहरण है कि एक दिशाहीन और विचारहीन सरकार जनहित के बारे में कभी नहीं सोच सकती। मुझे प्रसन्नता है कि हमारी सरकार सही दिशा में काम कर रही है।”

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