अंतिम समय तक ठियोग का टिकट फाइनल करने को लेकर कांग्रेस हाईकमान और विद्या स्टोक्स के बीच गहमागहमी के बाद आखिरकार ये फैसला लिया गया कि विद्या स्टोक्स ही चुनाव लड़ेंगी। पार्टी हाईकमान ने इससे पहले राहुल गांधी के करीबी दीपक राठौड़ को टिकट देने का ऐलान किया था। इस पर विद्या स्टोक्स ने नाराजगी जताई थी।
विद्या स्टोक्स ठियोग सीट से विजयपाल खाची को प्रत्याशी बनाना चाहती थी। स्टोक्स ने हाईकमान को पत्र लिखकर सोमवार सुबह तक ठियोग की स्थिति स्पष्ट करने को कहा था। अंतत सहमति ये हुई कि कांग्रेस ने विद्या स्टोक्स को ही ठियोग सीट से अपना प्रत्याशी बनाया। स्टोक्स ढाई बजे नामांकन भरने जाएंगी।
वीरभद्र ने शिमला ग्रामीण सीट छोड़ने के बाद ठियोग से चुनाव लड़ने की बात कही थी। इसलिए विद्या स्टोक्स ने इस सीट को खाली कर दिया था, लेकिन बाद में हाईकमान ने वीरभद्र को अर्की से टिकट दिया। इस पर वीरभद्र ने कहा था कि अर्की से कांग्रेस लगातार हारती आई है, लेकिन इस बार वहां से कांग्रेस को जिताने के लिए मैं वहां से चुनाव लड़ रहा हूं।