उम्मेद अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर की टेबल पर लेटी गृभवती महिला के बच्चे की पेट में ही मौत हो गई थी, जिसके बाद उसका ऑपरेशन किया जाना था. हालांकि इस बीच थियेटर में गायनेकोलॉजिस्ट और एनेस्थेटिक किसी बात पर झगड़ने लगे. इस दौरान ऑपरेशन टेबल पर बेसुध लेटी महिला का पेट खुला था.
जानकार बताते हैं कि मृत शरीर के साथ गर्भवती का लंबे समय तक रहना बेहद खतरनाक होता है, लेकिन गायनी विभाग के डॉक्टर अशोक नेनीवाल और ऐनेस्थेटिक डॉ. एमएल टाक ही इस बात को भूल गए.
डॉक्टरों की कार्यशैली के साथ ही ऑपरेशन थियेटर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. दरअसल जिस तरह से यह वीडिया बना, उससे साफ है कि ऑपरेशन थियेटर में भी खुलेआम मोबाइल ले जाया जा रहा है, जबकि मोबाइल इंफेक्शन और रेडीयेशन का बड़ा सोर्स माना जाता है.
इस घटना को लेकर मचे बवाल के बीच अस्पताल के प्रिंसिपल एएल भट्ट ने बताया कि ऑपरेशन थियेटर में झगड़ने वाले दोनों डॉक्टरों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी