सिरसा में शनिवार को एक व्यक्ति ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक बीते दिनों शहर में भड़की हिंसा के दौरान बेटे को डेरा प्रेमी समझ पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने से परेशान था। उसने अपने लिए मौत चुनने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है। एक तरफ पुलिस का कहना है कि उसके बेटे को कुछ और लोगों के साथ हिरासत में लिया गया था, जिनसे लाठी-डंडे वगैरह बरामद किए गए थे, जबकि परिवार डेरे सेे कोई कनेक्शन होने से इनकार कर रहा है। कैंसर का मरीज था सुसाइडर…
मृतक की पहचान शहर के कीर्ति नगर निवासी सुरेंदर के रूप में हुई है। दरअसल, 25 अगस्त को हुई हिंसा में पुलिस प्रशासन ने मृतक सुरेंदर के बेटे योगेश को गिरफ्तार कर लिया था। बेटे को लेकर सुरेंदर काफी परेशान रहने लगा और उसने आज जीवन लील समाप्त कर ली। सुरेंदर ने सुसाइड में लिखा है कि मैं बीमार हूं।
डीसी साहब पुलिस प्रशासन ने मेरे बेटे योगेश को उसके दोस्त के घर से गिरफ्तार किया था। अब मैं जी नहीं सकता। इस बारे में कीर्ति नगर चौकी के प्रभारी शैलेंद्र कुमार का कहना है कि पुलिस ने योगेश को 13-14 अन्य डेरा प्रेमियों के साथ हिंसा के दौरान अरेस्ट किया था। इन सबसे लाठी-डंडे और दूसरी चीजें बरामद की गई।
दूसरी ओर मृतक सुरेंदर के चचेरे भाई चेतन की मानें तो उनके परिवार का डेरे सेे कोई कनेक्शन नहीं है। जिस डेरा प्रेमी के साथ उसके घर से योगेश को गिरफ्तार किया गया है, उसके साथ दोस्ताना संबंध होने के चलते वह वहां गया हुआ था। योगेश को गलत तरीके से हिरासत मे लिया गया है। बहरहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।