ऊना: कोटखाई मामले में भाजपा ने सी.एम. वीरभद्र सिंह के बाद अब उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को भी आरोप के घेरे में लिया है। शुक्रवार को ऊना में हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने भाजपा के धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की पत्नी गुड़िया के घर जाकर सी.बी.आई. जांच न करवाने और जिस पुलिस की जांच पर भरोसा रखने का दबाव बना रहीं थीं, उसी पुलिस के आई.जी. सहित 8 पुलिस कर्मियों को सी.बी.आई. गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई है। अब मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी बताएं कि सी.बी.आई. जांच से वे कतरा क्यों रहे थे? क्या प्रतिभा सिंह गुड़िया के घर जले पर नमक छिड़कने गई थीं?
उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में कानून का रखवाला अपनी कुर्सी बचाने और अपनी पार्टी में पकड़ बनाने की लड़ाई लड़ रहा हो, वह क्या किसी को न्याय दिलवाएगा। उन्होंने कहा कि गुड़िया मामले में सरकार और मुख्यमंत्री पीड़ितों को न्याय दिलवाने की बजाय सबूत मिटाने और बेगुनाहों को जेल में डालने में लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक तौर पर बयान देते हैं कि हत्याएं, लूट, मर्डर और चोरियां होती रहती हैं। मुख्यमंत्री स्वयं भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हुए हैं और उन्होंने हिमाचल को पूरे देश व विश्व में बदनाम किया है।
सांसद ने पूछा कि मुख्यमंत्री के फेसबुक पेज पर किसके इशारे पर कथित आरोपियों की फोटो लगी थी और कुछ समय बाद उन्हें क्यों हटा लिया गया? क्यों दबाव बनाया गया कि सी.बी.आई. से जांच न करवाओ? उन्होंने कहा कि जिस सी.बी.आई. जांच से मुख्यमंत्री, उनकी पत्नी और प्रदेश सरकार कतराती थी, उसी सी.बी.आई. की जांच में अब प्रदेश के लोगों और भाजपा के आरोपों की सत्यता पर मोहर लग रही है। उन्होंने कहा कि गुड़िया मामले में जो काम प्रदेश सरकार नहीं करवा पाई, वह विपक्ष ने किया। भाजपा ने केंद्र सरकार से सी.बी.आई. जांच की मांग करके जांच शुरू करवाई है और प्रदेश सरकार के कृत्यों को उजागर किया है।