पिछले दो सालों से विपक्ष के निशाने पर लगातार रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब एक अहम मंत्रालय संभालेंगे. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम से जल संसाधन मंत्रालय लेकर खुद मुख्यमंत्री इस मंत्रालय तो संभाल सकते हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय के करीबी सूत्रों की माने तो बवाना उपचुनाव में प्रचार के दौरान और राजधानी में अलग-अलग इलाकों से आने वाली शिकायत में सबसे ज्यादा शिकायत पानी की सप्लाई और सीवर लाइन से जुड़ी शिकायतें थीं.
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में सीवर सफाई के दौरान कर्मचारियों की मौत भी इस फेरबदल की एक वजह है. हाल ही में कपिल मिश्रा को हटाकर राजेंद्र पाल गौतम को जल संसाधन मंत्री बनाया गया था. महज कुछ महीनों के भीतर ही उनसे ये मंत्रालय वापस लिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में पानी की आपूर्ति और सीवर लाइन की समस्या का समाधान संतोषजनक स्तर तक नहीं हो पाया है.
अधिकारियों के साथ मंत्रियों का बेहतर तालमेल ना होने से भी सरकार दिक्कतों से जूझ रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब खुद जल संसाधन मंत्रालय संभालेंगे. गौरतलब है कि अपना पिछली 49 दिनों की सरकार में भी केजरीवाल ने जल संसाधन मंत्रालय अपने अधीन ही रखा था, लेकिन दूसरी पारी में दो साल तक उन्होने अपने अधीन कोई मंत्रालय नहीं रखा. बीजेपी ने इसके लिए कई बार केजरीवाल की आलोचना भी की.