मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों को याद करने के ऐसे आयोजनों में स्टूडेंट्स सहित आमजन भी शामिल हों, श्रद्धांजलि अर्पित करें। उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजनों को अब एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। सीएम ने मप्र पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि अपराधियों का खात्मा करने में हमारी पुलिस ने सदैव असाधारण शौर्य का परिचय दिया है। हमारी पुलिस ने केवल प्रदेश ही नहीं, जब-जब देश ने आह्वान किया, इन्होंने असाधारण पराक्रम का परिचय दिया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीदों के परिजनों से भेंट की और शहीदों के चित्रों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने परेड की टुकड़ियों का नेतृत्व कर रहे प्लाटून कमांडरर्स से भी भेंट की। मध्यप्रदेश में इस वर्ष 3 जवान शहीद हुए। इनमें आरक्षक स्वर्गीय महेन्द्र सिंह पंवार, आरक्षक स्वर्गीय अशोक उरैती और प्रधान आरक्षक स्वर्गीय धीरज मरावी शामिल हैं।
पुलिस स्मृति दिवस परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी नगर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मराज मीणा ने किया। परेड के टू-आई-सी राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी उप पुलिस अधीक्षक जबलपुर डॉक्टर संतोष डेहरिया थे। परेड में महिला बल, विशेष सशस्त्र बल, जिला बल, नगर सेना, अश्वरोही दल और श्वान दल की टुकड़ियां भी शामिल हुईं।