शिकायत मिलने के बाद GRP और हिंदुवादी संगठनों ने प्लेटफॉर्म नंबर चार से बच्चों को मुक्त करवाया है। साथ ही उन्हें मुंबई ले जा रहे पांच लोगों को भी हिरासत में लिया है। पुलिस पूछताछ में इन लोगों का कहना है कि सभी बच्चे ईसाई हैं और इन्हें तीन दिन की प्रेयर के लिए मुंबई ले जाया जा रहा है।
बच्चे ने बताई सच्चाई
वहीं पुलिस पूछताछ में एक बच्चे ने खुलासा किया है कि वो हिंदु है, और अपने मम्मी-पापा के साथ रहना चाहता है। बच्चों को मुंबई ले जा रहे लोगों पर आरोप है कि ये लोग बच्चों के माता-पिता को रुपए का प्रलोभन देकर उनका और बच्चों का माइंडवॉश कर देते थे और बच्चों से लगाव खत्म करवाने के लिए बच्चों को माता-पिता से दूर रखा जाता था। आरोप है कि इंदौर, जबलपुर और भोपाल से बच्चों को मुंबई और फिर केरल ले जाया जा रहा था।
हिरासत में लिए गए लोगों ने आरोपों को नकारा
वहीं पुलिस हिरासत में आए अमृत कुमार का कहना है कि सभी बच्चे विजयनगर इलाके के स्कीम नंबर 78 के रहने वाले हैं और इनको अवंतिका एक्सप्रेस से तीन दिन की प्रेयर के लिए मुंबई ले जा रहे हैं। उसने धर्म परिवर्तन के आरोपों को नकार दिया है।