पेशे से इंजीनियर साना ने अपनी मोटरसाइकल से देशभर में 38 हजार किलोमीटर तक का सफर तय किया था। नवंबर 2015 में अकेले ही देश भ्रमण पर निकलने से पहले वह तनाव से जूझ रही थीं। वहीं सना को तनाव से उबरने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। इस यात्रा के दौरान लोगों से मिलकर उनका जीवन के प्रति नजरिया ही बदल गया। इसके बाद उन्होंने तनाव से जूझ रहे युवाओं को सलाह देना शुरू किया। उन्हें प्रेरित किया कि आत्महत्या जैसा अपराध न करें। इसके लिए वह देशभर में स्कूल और कॉलेजों में भी गईं।
नरसिंगी पुलिस थाने के निरीक्षक जीवीआर गौड़ ने बताया कि सना और उनके पति कार से यहां के टोलीचौकी इलाके में स्थित अपने घर की तरफ जा रहे थे जब कार बाहरी मुद्रिका सड़क पर डिवाइडर से टकरा गई। उन्होंने कहा, सना के पति अब्दुल नदीम कार चला रहे थे। सना हादसे में बुरी तरह घायल हो गईं और उन्हें पास के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हादसे में घायल हुए उनके पति का इलाज चल रहा है।
उन्होंने बताया कि जांच में हमने पाया है कि तेज गति से चलने के कारण कार डिवाइडर से टकरा गई थी।’ उन्होंने बताया कि टक्कर की वजह से कार का बायां हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो गया। हालांकि दोनों ने सीट बेल्ट पहन रखा था लेकिन कार में एयर बैग नहीं था।