मां की एक आवाज सुनते ही सुबह जग जाना और स्कूल जाने के लिए तैयार होना। साढ़े तीन साल की हर्षिता का यही रूटीन था। मुगालिया छाप गांव में रहने वाली हर्षिता बुधवार को भी स्कूल ड्रेस पहनकर गांव के मोड़ पर खड़ी थी। मां और दादी पास ही पानी भरने लगीं। तभी ‘मम्मी’ की पुकार सुनकर दौड़ी तो देखा हर्षिता को इंडेन गैस के ट्रक ने उस मासूम की जान ले ली थी।हर्षिता के पिता मोहन प्रजापति टेलर हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को हर्षिता अपनी मां भावना और दादी इमरत बाई के साथ वैन स्टैंड पर पहुंची थी। महर्षि विद्या मंदिर में उसका इसी साल केजी-1 में दाखिला करवाया था। यहां स्कूल के और भी बच्चे खड़े थे, इसलिए भावना उसे छोड़कर पानी भरने चली गईं। सुबह करीब सवा सात बजे भौरी स्थित गोदाम से इंडेन गैस सिलेंडर लेकर दस चक्का ट्रक नीलबड़ जा रहा था।
मुगालिया छाप मोड़ के पास ट्रक ने हर्षिता को चपेट में ले लिया। टक्कर से मासूम दूर जा गिरी। लोगों ने शोर मचाया तो ड्राइवर ने ब्रेक लगाए, लेकिन तब तक ट्रक के टायर हर्षिता के शरीर का निचला हिस्सा कुचल चुका था।
मोहन के ममेरे भाई चंद्रमोहन ने बताया कि इंडेन गैस का ये ट्रक इससे पहले भी गांव के पास दो-तीन बार हादसे कर चुका है। गांववालों ने ट्रक के ड्राइवर को ठीक से चलाने की हिदायत भी दी थी। बुधवार को तो उसने एक जान ही ले ली।हादसे की सूचना पर खजूरी सड़क पुलिस मौके पर पहुंच गई। तब तक ग्रामीणों ने ड्राइवर को पकड़ लिया था, जिसे बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी कोलूखेड़ी निवासी यूसुफ खान है। पूछताछ में उसने बताया है कि गैस सिलेंडर उसे नीलबड़ पहुंचाने थे, इसलिए जल्दबाजी में था। पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।