पाटीदार आंदोलन के अगुवा हार्दिक पटेल ने सार्वजनिक रूप से कांग्रेस को याद दिलाया है कि अब उनके पास पाटीदारों को आरक्षण देने का रोडमैप बताने के लिए ज़्यादा वक्त नहीं है, और अगर ऐसा नहीं किया गया, तो उनका गुट कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के शुक्रवार को होने वाले सूरत दौरे का विरोध करेगा.
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के छह प्रतिनिधियों तथा कांग्रेस की प्रदेश इकाई के बीच तीन घंटे तक चली बैठक के कुछ ही घंटे बाद आंदोलन का चेहरा बने 24-वर्षीय हार्दिक पटेल ने यह बात कही. दोनों पक्षों के बीच हुई मैराथन बैठक के बाद कांग्रेस ने पांच में से चार मांगों को मान लेने का वादा किया, जिनमें वर्ष 2015 में पाटीदार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हुई ज़्यादतियों की जांच करवाना तथा उनके खिलाफ दर्ज किए गए केसों को वापस लेना शामिल है.
हिंसा की घटनाएं तथा पुलिस केस हार्दिक पटेल के अभियान का अहम हिस्सा रहे हैं, और उनका गुट अपने समुदाय से बार-बार कहता है कि BJP द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों से अपना ध्यान न भटकने दें, बल्कि उन अत्याचारों को याद रखें, जो उनके साथ आरक्षण मांगते वक्त किए गए.हार्दिक पटेल ने कहा, “हम कांग्रेस के साथ अगली बैठक में इस बात पर (पाटीदारों को आरक्षण का लाभ कैसे दिया जाएगा) स्पष्टता चाहते हैं, और अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हम राहुल गांधी के अगले कार्यक्रम का विरोध करेंगे…”हार्दिक पटेल के इस अल्टीमेटम से पहले उनके अहम सहयोगी और कांग्रेस के साथ हुई बैठक में शामिल हुए अल्पेश कठेरिया ने बातचीत को ‘सकारात्मक’ बताया. उन्होंने कहा, “लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई कानूनी बाधाएं न आएं, हम कानूनी तथा संवैधानिक विशेषज्ञों से भी इस मुद्दे पर सलाह-मशविरा करना चाहेंगे कि आरक्षण कैसे दिया जा सकता है… आने वाले दिनों में हम इस मुद्दे पर कांग्रेस के साथ और बैठकें करेंगे…”