आज पूरा देश सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस मना रहा है। इस मौके पर मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में पीएम ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाई और कहा कि देश की एकता के लिए सरदार पटेल ने दिया अपना पूरा जीवन।रन फॉर यूनिटी में पीएम ने स्टेडियम में मौजूद लोगों को एकता अखंडता की शपथ दिलाई। इससे पहले अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि पटेल ने देश की एकता के लिए अपना जीवन दे दिया। पीएम ने कहा कि सरदार बाबू ने देश को रियासतों में बंटने नहीं दिया। पीएम ने कहा कि सरदार पटेल को इतिहास कभी ओझल नहीं होने देगा। पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि सरदार पटेल का नाम मिटाने का प्रयास किया गया
पीएम ने कहा, सरदार पटेल के नाम को नई पीढ़ी को सही से बताया ही नहीं गया है। इतिहास में या तो उनके नाम को मिटाने का प्रयास हुआ है या फिर उनके नाम को छोटा करने का प्रयास किया है। लेकिन सरदार साहब का नाम देश भूलाने को तैयार नहीं है। देश की युवा पीढ़ी भी सरदार पटेल के नाम को याद करती है।
सरदार पटेल के कार्य को पीढी दर पीढ़ी आगे बढ़े इसलिए रन फॉर यूनिटी का आयोजन कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि युवा बढ़ चढ़ कर इसमें हिस्सा ले रहे हैं। पीएम ने कहा, ”सरदार पटेल ने ना सिर्फ संकट से बचाया बल्कि देश को छोटी छोटी रियासतों में बटने के खतरे से भी बचाया। सरदार पटेल ने साम, दाम, दंड, भेद का प्रयोग कर बहुत कम समय में देश को एकता के सूत्र में बांध दिया। देश की पीढ़ी।”
पीएम ने अपने भाषण की शुरूआत में सरदार साहब अमर रहें के नारे लगवाए। वहीं पीएम ने कहा, ”सरदार पटेल ने ना सिर्फ संकट से बचाया बल्कि देश को छोटी छोटी रियासतों में बटने के खतरे से भी बचाया है। सरदार पटेल ने साम, दाम, दंड, भेद का प्रयोग कर बहुत कम समय में देश को एकता के सूत्र में बांध दिया। देश की पीढ़ी।” उन्होंने कहा कि भारत में स्वतंत्रता पाने के पहले और स्वतंत्रता के पश्चात शुरूआती सालों में भारत में उनके योगदान का गर्व है।
पीएम ने कहा, ”साल 2022 में हम आजादी के 75 साल पूरे करेंगे। इस मौके पर हर देशवासी को देश की गरिमा को ऊपर करने वाला एक संकल्प करना चाहिए। आज सरदार पटेल की जयंती पर 2022 के लिए हमें एक संकल्प करना चाहिए।” उन्होंने कहा सरदार साहब ने हमें जो देश दिया है उसकी एकता और अखंडता सवा सौ करोड़ भारतीयों की जिम्मेदारी है। सरदार पटेल ने कैसे देश को एक किया ये हमारी पीढ़ियों को पता होना चाहिएष आठ साल बाद सरदार साहब की 150वीं जयंती मनाएंगे। हमें विचार करना चाहिए कि हम उस दिन एकता की कौन सी मिसाल पेश करेंगे।”
मैं शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने के लिए भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूं। वहीं इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ दीपा कर्माकर, सरदार सिंह, सुरेश रैना और कर्णम भी मौजूद रहे।