प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद ईवीएम की सुरक्षा चुनाव विभाग और पुलिस विभाग की बड़ी जिम्मेवारी है। ईवीएम को 38 दिन सुरक्षा के कड़े पहरे में रखा गया है। ईवीएम की सुरक्षा पर तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यह खर्चा ईवीएम की सुरक्षा के लिए तैनात 2300 जवानों को दिए जाने वाले डेढ़ महीने के वेतन और अन्य भत्ते का है। ईवीएम की सुरक्षा को लेकर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे और जवानों पर आने वाले दूसरे अन्य खर्चे को मिला कर इसकी सुरक्षा पर तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यह खर्चा सरकार को वहन करना है।
18 दिसंबर तक ईवीएम की मशीनें सुरक्षा के कड़े पहरे में रखी गई हैं। 38 दिन 2300 जवान दिन-रात इसका पहरा देंगे। इसमें किसी भी तरह से ढील नहीं दी जाएगी। हिमाचल के 7521 बूथों पर पोलिंग के बाद ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखवा दिया गया है। इनकी सुरक्षा के लिए काफी समय तक राज्य सरकार आैर अर्धसैनिक बलों को काम करना होगा। मतों की गणना तक प्रदेश में जवानों को बाॅर्डर की तरह इन ईवीएम की मशीनों का पहरा देना होगा। एक पल के लिए भी स्ट्रांग रूम को अकेले नहीं छोड़ा जाएगा।
पुलिस प्रशासन को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी
ईवीएमकी सुरक्षा पर तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पुलिस प्रशासन को ईवीएम की सुरक्षा की जिम्मेवारी सौंपी गई है। 2300 पैरा मिल ट्री फोर्स के जवानों को ईवीएम की सुरक्षा में तैनात किया गया है। ईवीएम की सुरक्षा को लेकर अगर किसी को कोई शक है, तो वह अपने आदमी स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात कर सकता है। पुष्पेंद्रराजपूत, मुख्य निर्वाचन अधिकारी
ईवीएमकी सुरक्षा पर तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पुलिस प्रशासन को ईवीएम की सुरक्षा की जिम्मेवारी सौंपी गई है। 2300 पैरा मिल ट्री फोर्स के जवानों को ईवीएम की सुरक्षा में तैनात किया गया है। ईवीएम की सुरक्षा को लेकर अगर किसी को कोई शक है, तो वह अपने आदमी स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात कर सकता है। पुष्पेंद्रराजपूत, मुख्य निर्वाचन अधिकारी
जवानों को बाॅर्डर की तरह देना होगा पहरा |मतों कीगणना तक प्रदेश में जवानों को बाॅर्डर की तरह इन ईवीएम की मशीनों का पहरा देना होगा। एक पल के लिए भी स्ट्रांग रूम को अकेले नहीं छोड़ा जाएगा। जवानों को बारी-बारी करके ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा। पुलिस विभाग जवानों को आॅन स्पाॅट सभी तरह की सुविधा प्रदान करेंगे। इसमें मेडिल फेसिलिटी से लेकर दूसरे अन्य जरूरी काम शामिल है। मशीनों को सुरक्षा के तीन पहरे में रखा गया है, ताकि स्ट्रांग रूम के बाहर परिंदा भी पर मार सके।