डायबिटीज या शुगर की बिमारी सबसे खतरनाक बिमारियों में से एक है। दुनियाभर में फैल रही इस बिमारी को जड़ से खत्म तो नहीं किया जा सकता, हां लेकिन इस पर कंट्रोल करके खुद को स्वस्थ जरूर रखा जा सकता है। दिनोंदिन हमारे खानपान और लाइफस्टाइल में आने वाले बदलाव इसका मुख्य कारण है। पहले शुगर की समस्या उम्र दराज लोगों में ही सुनने को मिला करती थी, लेकिन अब 10 साल का छोटा बच्चा भी इस समस्या से जूझता दिखाई दे जाएगा। और इसका सबसे बड़ा कारण है हमारे खाने-पीने की आदतों में आए बदलाव। अगर आप भी डायबिटीज जैसी समस्या को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो उसके लिए डाइट पर ध्यान देना जरूर है। कहते हैं सावधानी बरतना इलाज से ज्यादा अच्छा है। अकसर लोगों को दो तरह की डायबिटीज से जूझते देखा है टाइप 1 और टाइप 2। दोनों डायबिटीज में काफी अंतर होता है। टाइप 1 डायबिटीज पेशंट को जहां इंसुलिन लेने की जरूरत पड़ती, वहीं टाइप 2 डायबिटीज पेशंट को ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता। अगर आप या घर में कोई सदस्य टाइप 2 डायबिटीज से जूझ रहा है तो ये डाइट फॉलो कर सकते हैं। ताकि उनके शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सके।
फलों को दें जगह
डायबिटीज के पेशंट के लिए जरूरी है कि वह डाइट लिस्ट में ज्यादा से ज्यादा फाइबर शामिल करें। इसके लिए मौसमी फल तो आपकी डाइट में होना ही चाहिए। साथ ही साथ ज्यादा से ज्यादा सब्जियां खाएं, ताकि बॉडी में ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखा जा सके। डायटिशियन अनिता बताती हैं कि ऐसा नहीं है कि हर फल आपके लिए फायदेमंद ही हो। आम, चीकू, अंगूर, केला और लीची को खाने से परहेज करें। वहीं सब्जियों में आलू, शकरकंदी और अरबी जैसी सब्जियों को भी खाने में शामिल न करें। इसके साथ जूस और फलों से बने जैम से भी दूरी बनाएं रखें क्योंकि इसमें आर्टिफिशयल चीनी की मात्रा जरूरत से ज्यादा होती है।
नियमित रुप से शामिल करें ये चीजें
अगर आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो कुछ चीजों को नियमित रूप से अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है। हल्दी, लहसुन, नट्स जैसे बादाम और अखरोट, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज, फ्लैक्स सीड्स और चीया सीड्स, दालचीनी, ग्रीन टी को अगर आप अपने रूटीन में शामिल कर लेंगे, तो डायबिटीज की आधी समस्या पर आप वैसे ही जीत हासिल कर लेंगे। दवाइयों से अच्छा है डाइट पर ध्यान दिया जाए। हेल्दी खाएंगे तभी तो हेल्दी रहेंगे।