जानकारी के मुताबिक इंद्र सिंह 18 असम राइफल्स में तैनात थे। ब्लास्ट में दो जवान शहीद हुए हैं, जबकि 5 अन्य घायल हो गए। यह ब्लास्ट उस वक्त हुआ जब असम राइफल्स के जवान सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों के साथ सुबह की गश्त पर निकले थे और जैसे ही वे जिला कलेक्टर के कार्यालय के पास पहुंचे, बम विस्फोट हो गया।
शहीद का पार्थिव शरीर बुधवार तक पैतृक गांव पहुंच सकता है। शहीद इंद्र सिंह जून महीने में छुट्टियां पर घर आये थे और जुलाई महीने में वापस ड्यूटी पर लौटे थे। बीती रात को ही शहीद ने अपने परिवार वालों से फोन पर बात की थी और अपनी खैरियत के बारे में बताया था, लेकिन सुबह तक परिजनों को ये दुखद समाचार मिला।
35 वर्षीय इंद्र सिंह असम राईफल में 2003 से मणीपुर में ही तैनात थे। घर पर उनकी मौत की सूचना मिलते ही पूरा परिवार गम में डूब गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद अपने पीछे पत्नी, सात वर्षीय पुत्र उदय सिंह और बूढ़ी मां को छोड़ गये हैं।