दल ने देखे खेत, कुएँ एवं तालाब ; किसानों से की चर्चा
केन्द्रीय सूखा राहत दल ने आज विदिशा एवं टीकमगढ़ जिले के सूखाग्रस्त ग्रामों का भ्रमण कर अल्प-वर्षा से उत्पन्न सूखे की स्थिति का जायजा लिया। प्रमुख सचिव राजस्व श्री अरुण पाण्डे केन्द्रीय दल के साथ थे।
केन्द्रीय सूखा राहत दल विदिशा जिले की लटेरी तहसील के सूखा प्रभावित ग्राम अगरापठार और तिलोनी पहुँचा। दल के सदस्यों ने इन ग्रामों में फसलों और पेयजल की स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने दल को जिले में सूखे की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। ग्रामीणों ने दल के सदस्यों को बताया कि सोयाबीन और उड़द की फसल अल्प-वर्षा के कारण पूर्णत: खराब हो गई है और काटने लायक भी नहीं बची है। बारिश नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। कुएँ, हैण्ड-पम्प और अन्य जल-स्रोत सूख गये हैं। ग्रामीणों के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या खड़ी हो गई है। ग्रामीणों ने दल को बताया कि पशुओं के लिए चारा और पानी की बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।
टीकमगढ़ जिले के सूखाग्रस्त ग्रामों के भ्रमण के पश्चात् केन्द्रीय दल को कलेक्टर श्री अभिजीत अग्रवाल ने पॉवर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से जिले में अल्प-वर्षा, पेयजल, भू-जल, खरीफ, रबी और उपलब्ध खाद्यान्न एवं भूसे की स्थित की जानकारी दी। केन्द्रीय दल ने ग्राम नैगुवां, मड़िया और अन्य ग्रामों में खेत, कुएँ एवं तालाब देखे तथा वहाँ उपस्थित किसानों से चर्चा की। इस दौरान स्थानीय लोगों ने केन्द्रीय दल से रोजगार उपलब्ध कराने तथा पीने के पानी की वैकल्पिक व्यवस्था कराने की मांग की।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री पर्वतलाल अहिरवार, विधायक श्री के.के. श्रीवास्तव, श्री अनिल जैन, श्रीमती अनीता नायक, जिला योजना समिति सदस्य श्री अभय प्रताप सिंह यादव, ओरछा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सिंह राठौर एवं जन-प्रतिनिधि सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।