देश के विभिन्न भागों के वर्तमान सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने तथा अलग-अलग राज्यों में रहने वाले लोगों के बीच आपसी सम्पर्क बढ़ाने के उद्देश्य से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत” योजना की शुरूआत की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर 31 अक्टूबर, 2015 को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस” पर इस योजना की घोषणा की थी।
इस योजना के तहत मध्यप्रदेश राज्य को मणिपुर तथा नागालैण्ड राज्य से पार्टनर किया गया है। इस योजना को क्रियान्वित करने मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। इस संबंध में मध्यप्रदेश का एक आठ सदस्यीय दल मणिपुर और नागालैण्ड का भ्रमण करके भी आया है। मणिपुर में 21 से 30 नवम्बर तक होने वाले संगाई महोत्सव में मध्यप्रदेश भागीदारी करेगा। मध्यप्रदेश में होने वाले कार्यक्रम लोक-रंग और बाल-रंग में मणिपुर ओर नागालैण्ड के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने और उनकी संस्कृति से परिचित कराने के उद्देश्य से वहाँ के दल भाग लेंगे। इसी प्रकार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी और स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मार्च-पास्ट में भी उनका एक दल शामिल होगा।
मध्यप्रदेश में नागालैण्ड की किताबों के अनुवाद का कार्य भी शुरू किया गया है। इससे वहाँ की गतिविधियों और सांस्कृतिक विरासत से प्रदेशवासी परिचित हो सकेंगे। इस संबंध में अन्य गतिविधियाँ भी संचालित की जा रही हैं।
‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत” का प्रमुख उद्देश्य अनेकता में एकता का जश्न मनाना एवं देश के नागरिकों में पारम्परिक रूप से विद्यमान भावनात्मक बंधन को मजबूत बनाना है। इस अभियान के माध्यम से साल भर विभिन्न क्रियाकलापों के माध्यम से राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के नागरिकों के मध्य राष्ट्रीय एकता की भावना को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके माध्यम से राज्यों की समृद्ध विरासत, संस्कृति, परम्पराओं, रीति-रिवाजों को प्रदर्शित कर नागरिकों में अनेकता में एकता की भावना को जागृत कर सामान्य पहचान की भावना को बढ़ावा दिया जाएगा।