बहरहाल हिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी से शुरु हो गई है। जिससे कुल्लू, मनाली, रोहतांग, शिमला के ऊपरी क्षेत्रों सहित अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई हैं। बर्फबारी से जहां बागवानों के चेहरे खिले हैं। वहीं बारिश की उम्मीद से मैदानी क्षेत्रों के किसानों को आस जगी है कि वह समय रहते गेंहू की फसल की खेती कर पाएंगे। आमूमन किसानों द्वारा इस समय् तक गेंहू की फसल की बिजाई कर दी जाती थी, लेकिन इस वर्ष बारिश न होने के कारण बिजाई में देरी हुई है। आने वाले यह कुछेक दिन किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे। इन दिनों में यदि पर्याप्त बारिश हो जाती है तो किसान समय रहते फसल की बिजाई कर पाएंगे।
वहीं बारिश न होने के कारण प्रदेश शुष्क ठंड की चपेट में है। वायरल, सर्दी, जुकाम व अन्य बीमारियों से लोग इस कारण ग्रसित हो रहे हैं। बारिश होने से लोगों को बीमारियों से निजात मिलेगी और देवभूमि में खुशनुमा मौसम देखने को मिलेगा।प्रदेश में बर्फबारी देश व विदेशों के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। अभी तक हिमाचल में बहुत से पर्यटन स्थल सैलानियों के पहुंचने के लिए अपनी नजरें जमाएं हुए हैं। बर्फबारी शुरु होते ही पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के चेहरे खिले हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि पर्यटन क्षेत्र में कारोबारी आगामी दिनों में अच्छा कारोबार कर सकेंगे।