सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश के अन्य शहर भी प्रथम आने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। इसलिए भोपाल के लिए यह मुकाबला आसान नहीं है। उन्होंने भोपाल के महापौर आलोक शर्मा से कहा कि स्वच्छता के लिए आधुनिक मशीनों की व्यवस्था की जाए। साथ ही भोपाल में जगह-जगह स्वच्छता अभियान के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष हम द्वितीय स्थान पर आए थे और इंदौर प्रथम स्थान पर, लेकिन इस बार भोपाल को प्रथम स्थान दिलाना राजधानी के नागरिकों का काम है। उन्होंने आव्हान किया कि भोपाल के लोग एकजुट होकर भोपाल को स्वच्छ बनाने में जुट जाएं। मुख्यमंत्री ने नगर निगम को भी स्वच्छता के लिए और अच्छे प्रयास करने की हिदायत दी ।
मुख्यमंत्री स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में भोपाल को देश का नम्बर दो शहर बनाने वाली संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्वच्छता सेवकों का सम्मान कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन नगर निगम भोपाल द्वारा किया गया था। महापौर भोपाल आलोक शर्मा ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में भोपाल को पूरे देश में सम्मान दिलाने का श्रेय भोपाल की जनता और स्वच्छता सेवकों की रात दिन की मेहनत को जाता है।
उन्होंने स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में भोपाल को साफ-सुथरा, हरा-भरा, प्रदूषण मुक्त और सुंदर शहर बनाने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर स्वच्छता सर्वेक्षण में सहयोग एवं योगदान देने वाली कॉलोनियों और व्यवसायिक संघों, गणेश एवं दुर्गा उत्सव समितियों, विद्यालयों के प्राचार्य, महाविद्यालयों, एनसीसी केडिट, संस्था को समर्पित अशासकीय संगठन को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।
सुरेन्द्र नाथ सिंह को स्वच्छता अग्रदूत पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पार्षदों को स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने एवं स्वच्छता की गतिविधियों को नेतृत्व प्रदान करने के लिये विकास निधि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई।इस अवसर पर विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह, भोपाल संभागायुक्त अजातशत्रु, भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।