केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को होटल हयात रीजेंसी में आयोजित हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट के 15 वें संस्करण में अपनी बात रखी। उन्होंने टैक्स के बारे में कहा कि ऐसा कोई देश नहीं है, जहां पर सिर्फ पांच फीसदी टैक्स पड़ता हो। उन्होंने बताया कि आगामी बजट में बुनियादी ढांचा, ग्रामीण भारत पर विशेष जोर दिया जाएगा।
उन्होंने जीडीपी ग्रोथ को लेकर कहा कि दस फीसदी ग्रोथ चुनौतीपू्र्ण आंकड़ा है। यह केवल घरेलू कारणों पर ही आधारित नहीं है। पूरे दुनिया किस दिशा में जा रही है, इसका भी काफी फर्क पड़ता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि भारत ने सिर्फ नया ढांचा ही नहीं बनाया है, बल्कि हर एक नए ढांचे को एक निश्चित दिशा भी दी है। वहीं, उन्होंने कहा कि आज के समय में भारत पहले के मुकाबले ज्यादा ग्लोबली जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि घरेलू मांग से विकास बेहतर होगी। वहीं, निर्यात को लेकर हमें ध्यान रखना होगा और उम्मीद भी बनाई रखनी होगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी पर कहा कि इसकी वजह से 16-17 तरीकों के टैक्स की जगह एक ही तरह का टैक्स आ गया है। देश में जीएसटी के लागू होने के बाद से तमाम बैरियर हट गए हैं, जिसकी वजह से देश मार्केट बन गया है।
उन्होंने आगे कहा कि यह संभव नहीं है कि एक ही जीएसटी रेट रखा जाए। यदि सरकार कम जीएसटी रेट लागू करती तो महंगाई पहले और बढ़ जाती।