शहजाद पूनावाला ने कहा कि मैं राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव न लड़ पाऊं, इसलिए पहले ही कांग्रेस के कुछ नेताओं ने यह एलान कर दिया कि मैं कांग्रेस का सदस्य ही नहीं हूं। शहजाद इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि अगर मैं चुनाव लड़ता, तो शायद ही राहुल गांधी अध्यक्ष बन पाते। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस में वंशवाद के खिलाफ आवाज उठाने वाले वे एकलौते नेता नहीं हैं और भी कई नेताओं ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। कुछ दिनों पहले भी शहजाद पूनावाला ने राहुल को अध्यक्ष चुने जाने की पूरी प्रक्रिया को पाखंड करार दिया था। शहजाद पूनावाला ने कहा था कि राहुल गांधी का अध्यक्ष पद के लिए चुनाव इलेक्शन नहीं सेलेक्शन है। चुनाव की पूरी प्रक्रिया एक पाखंड है। पूनावाला ने कहा था कि एक परिवार से केवल एक ही शख्स को टिकट मिलना चाहिए, चाहे वह शहजाद पूनावाला हो या फिर राहुल गांधी।शहजाद ने कहा था कि मुझे सूचना मिली है कि जो डेलीगेट्स पार्टी अध्यक्ष के लिए वोटिंग करने जा रहे हैं, वे फिक्सड हैं। उन्हें उनकी वफादारी के लिए नियुक्त किया गया है। यह धोखाधड़ी है। पूनावाला ने कहा था कि यह सब कहने के लिए साहस की जरूरत है। मेरे खिलाफ कई तरह के हमले होंगे, पर मेरे पास तथ्य हैं।