इस समस्या को लेकर ग्रामीण अतिरिक्त उपायुक्त कुल्लू राकेश शर्मा से मिले। ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि उनके गांव आजादी के 70 सालों के बाद भी सड़क सुविधा से वंचित है। ऐसे में उपरोक्त गांव के लोगों के 25 किलोमीटर पैदल चलकर अपने गंतव्य पहुंचना पड़ता है।ग्रामीणों ने उपायुक्त के सामने सड़क के अलावा क्षेत्र की अन्य समस्या को भी रखा। इन गांव के लोगों की स्वास्थ्य सुविधा के लिए कोई भी डिस्पेंसरी नहीं है और ग्रामीणों को उपचार के लिए सैंज आना पड़ता है। प्राइमरी स्कूल शाक्टी में एक ही अध्यापक हैं और यहां 25 विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। ऐसे में एक अध्यापक के सहारे बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। एकमात्र शिक्षक बच्चों को पढ़ाए या फिर स्कूल का काम देखे।
उन्होंने कहा कि न्यूली से मरौड़ को निकाला गया पैदल रास्ता भी खस्ताहालत में है और यहां कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में इसे रास्ते को भी आगामी बरसात से पहले मरम्मत की गुहार की है। उपरोक्त तीनों गांव में बिजली नहीं होने पर ग्रामीणों के बच्चों को पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में बिजली उपलब्ध न होने तक जिला प्रशासन से सोलर लाइट का प्रावधान करने की मांग की है। वहीं, एडीसी ने ग्रामीणों की समस्याओं पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।