शिमला. कंडा की मॉडर्न जेल से मंगलवार रात तीन कैदी फरार हो गए। रेप और हत्या केस में अंडरट्रायल इन कैदियों ने पहले सलाखों को ब्लेड (आयरन कटर) से काटा और फिर पाइप के सहारे करीब 20 फीट की दीवार फांदकर भाग गए। जेल प्रशासन को कैदियों के भागने की सूचना बुधवार तड़के चार बजे मिली। तीनों की तलाश में छापामारी शुरू कर दी गई है। तीनों नेपाली मूल के हैं इसलिए उनके नेपाल भागने की आशंका के मद्देनजर पड़ोसी राज्यों की पुलिस को भी अलर्ट कर दिया है और उनके फोटो जारी कर दिए हैं। लापरवाही के आरोप में दो वार्डर सस्पेंड कर दिए हैं।
पुलिस ने सीमाओं पर नाकाबंदी भी कर दी है। एसपी सौम्या सांबशिवन कंडा जेल पहुंचीं और जानकारी ली। फरार कैदियों में 22 वर्षीय लीलाधर पर हत्या का केस दर्ज है। 27 वर्षीय प्रताप सिंह नाबालिग बच्ची से दुराचार का आरोप है। उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है। 22 वर्षीय प्रेम बहादुर भी रेप का केस दर्ज है।
कैदियों को कहां से मिला कटर
जेल के भीतर कैदियों को वहीं सामान मिलता है जिसकी मंजूरी जेल प्रशासन देता है। ऐसे में इन कैदियों के पास वह ब्लेड कहां से आया जिससे इन्होंने जेल की सलाखें काट दीं। ऐसा संदेह जताया जा रहा है कि कोई जेल कर्मी ही इनसे मिला हुआ है। वैसे ही रात में सन्नाटा होता है और सलाखें कटने की आवाज वहां तैनात वार्डर या किसी अन्य को सुनाई नहीं दी। कैदियों की फरारी पूरे सुनियोजित तरीके से की गई है।
चार नंबर बैरक में 25 कैदी और भी थे, उन्हें भनक नहीं लगी
कंडाजेल की जिस चार नंबर बैरक से तीन कैदी फरार हुए, उसमें कुल 28 कैदी थी। 25 कैदियों को उनके भागने की भनक क्यों नहीं लगी, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बैरक की सलाखों को काटने से पहले उनके ऊपर साबुन लगाया गया था। ऐसा क्यों किया गया, इसकी जांच जारी है। बैरक में पेठा भी मिला है। पेठे के कुछ टुकड़े जांच के लिए लैब भेज दिए हैं। उसमें नशीला पदार्थ मिलाकर अन्य कैदियों को तो नहीं खिलाया गया, जिससे वे सो गए। इसकी जांच की जा रही है। जेल अधीक्षक ने कहा कि दो तीन कैदियों ने पेठा खाने की बात कबूली है, बाकियों ने नहीं खाया था।
तीनों कैदी कंडा जेल के बैरक नंबर चार में बंद थे। मंगलवार रात को कैदियों ने बैरक में लगी आधा इंच मोटी सलाखों को ब्लेड से काटा। जेल में कंस्ट्रक्शन का काम हो रहा है जिसके लिए पाइप अन्य सामान वहां रखा हुआ था। उन्हीं पाइपों के सहारे तीनों जेल से बाहर कूद गए। आदर्श जेल कंडा के सुपरिटेंडेंट सुशील ठाकुर इस मामले में दो वार्डरों की लापरवाही पाई गई है, जिन्हें निलंबित कर छानबीन शुरू कर दी है। कैदियों के भागने के मामले में बालूगंज थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।