पार्षद का आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं और जब तक उनकी मांग नहीं पूरी की जाएगी, तबतक वो ऐसे ही पानी में बैठ रहेंगे। पार्षद ने अफसरों पर सिर्फ आश्वासन देने का आरोप लगाया है।दरअसल वार्ड 46, 47 और 48 से होकर सुमावली जाने वाली सड़क बेहद जर्जर हालत में है। नाला न होने की वजह से सड़क पर ही पानी भरा रहता है। इस सड़क को बनाने और सड़क किनारे नाला बनाने को लेकर पार्षद कई बार निगम के अधिकारियों और महापौर से मिले लेकिन उन्हें हर बार आश्वासन ही मिला, काम शुरू नहीं हुआ।
मंगलवार को जब वार्ड के लोग इसी समस्या को लेकर महापौर से मिले तो उन्होंने नाला निर्माण करने से साफ इंकार कर दिया और इस सड़क को पीडब्ल्यूडी की सड़क बताते हुए निगम की ओर से गिट्टी डालकर सड़क के गड्ढे खत्म कराने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया। महापौर के इस रवैया से नाराज स्थानीय लोग पार्षद के साथ धरने पर बैठ गए हैं।