रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय रेल में वस्तु एवं सेवा क्षेत्र के वेंडरों या ठेकेदरों के लिए बिल की स्थिति का पता लगाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आईआरईपीएस के नाम का नया एप्लीकेशन सीआर आईएस ने विकसित किया है।मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक रेलमंत्री पीयूष गोयल द्वारा सिस्टम में पारदर्शिता व कार्य क्षमता को बढ़ावा देने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाकर डिजिटल व्यवस्था को तवज्जो देने की दिशा में यह पहला कदम है। बिल जमा करने के लिए वेंडर या ठेकेदार को ऑनलाइन आईआरईपीएस पर रजिस्टर करना होगा।एक अधिकारी ने बताया कि रजिस्ट्रेशन करने पर वेंडर विभिन्न स्तरों पर बिल की प्रोसेसिंग के जरिए अपने बिल की स्थिति तारीख के साथ देख पाएंगे। उनके अनुसार जिस चरण में बिल पड़ा होगा और जहां से पास किया गया होगा, सारी प्रकिया पूरे विवरण के साथ वहां देखा जा सकता है।