ऊना जिला में बारिश के बाद शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है लेकिन सबसे अधिक आम जनजीवन धुंध की वजह से प्रभावित होने लगा है। सुबह के समय विजीबिलिटी बेहद कम हो रही है, जिससे सड़कों पर यातायात भी प्रभावित हो रहा है। वाहन चालकों को दिन के समय में भी वाहनों की लाइटें जलाकर अपने गंतव्य स्थान की तरफ जाना पड़ रहा है। ज्यादा दिक्कत दोपहिया वाहन चालकों को हो रही है। ठंड का असर स्कूली बच्चों पर भी पड़ रहा है जो सुबह-सवेरे स्कूल जा रहे हैं। निजी स्कूलों की समयसारिणी बदली नहीं है, जिस कारण बच्चों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। जिला में मौसम विभाग के मुताबिक अधिकतम तापमान 21.2 जबकि न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच काफी अंतर की वजह से रातें काफी ठंडी हो रही हैं। लोग ठंड से बचने के उपाय कर रहे हैं। बढ़ती ठंड के बीच लोग अलाव जलाकर कुछ राहत पा रहे हैं। हालांकि बारिश के बाद दोपहर के समय मौसम साफ हुआ और कुछ देर धूप भी निकली लेकिन ठंडक बनी हुई है। शीतलहर की वजह से कंपकंपी का प्रभाव हर जगह देखने को मिल रहा है।