कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी से एक दिन पहले पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज संकेत दिया कि वह सक्रिय राजनीति से हट सकती हैं। सोनिया ने राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में उनकी भूमिका के बारे पूछे जाने पर यहां संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा ‘मेरा काम संन्यास लेना होगा।’
इन सब पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का भी बयान आ गया है। उन्होंने कहा है कि सोनिया सिर्फ अध्यक्ष पद से रिटायर हो रही हैं और वह सक्रिय राजनीति में बनी रहेंगी। सुरजेवाला ने कहा कि सोनिया हमेशा पार्टी का मार्गदर्शन करती आई हैं और आगे भी करती रहेंगी। राहुल गांधी को इसी महीने पार्टी अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुना गया है। शनिवार को वह सोनिया गांधी से पार्टी की कमान संभालेंगे जो पिछले 19 वर्षों से अध्यक्ष पद पर हैं। सोनिया गांधी का स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से बहुत अच्छा नहीं रह रहा है जिसके कारण उनकी सक्रियता भी कम हुई है। गुजरात के महत्त्वपूर्ण विधानसभा चुनाव के दौरान भी वह प्रचार से पूरी तरह दूर रहीं। इस समय वह पार्टी अध्यक्ष के साथ-साथ संसद में कांग्रेस संसदीय दल की नेता भी हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में उनकी महत्त्वूपर्ण भूमिका रही है। सोनिया गांधी से शुक्रवार को जब पत्रकारों ने पूछा कि राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में उनका रोल किस तरह का रहेगा, तो उनका जवाब था, ‘मैं रिटायर हो रही हूं।’ गौरतलब है कि सोनिया गांधी 1998 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं। वह 19 साल तक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहीं। इस दौरान उनकी अध्यक्षता में कांग्रेस ने लगातार दो लोकसभा चुनाव (2004 और 2009) जीते। सोनिया कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की चेयरपर्सन भी रहीं।