गुजरात के जामनगर इलाके में मूंगफली के दाम अब तक के सबसे निचले स्तर पर 400 रुपये प्रति क्विंटल तक आ गए हैं, जिससे आक्रोशित किसानों को विरोध प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ा है. चुनाव के बाद उत्पन्न हुए इस हालात पर राजनीति भी शुरू हो गई है.
असल में चुनाव की घोषणा से पहले विजय रूपाणी सरकार ने मूंगफली की न्यूनतम कीमत 900 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल तय की थी, लेकिन चुनाव के नतीजों के बाद इसकी कीमत 400 से 700 रुपये प्रति क्विंटल तक आ गए हैं. इस पर किसानों ने कड़ा विरोध जताया है. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी इस मसले पर ट्वीट करते हुए कहा कि गुजरात में आज किसानों को सुनने वाला कोई नहीं.
जामनगर का जामखंभालिया मार्केट यार्ड किसानों की पूरे साल की कमाई माने जाने वाली मूंगफलियों से भरा पड़ा है. किसानों ने जिस मूंगफली को उपजाने के लिए कम से कम छह महीने लगा दिए, उसे आज खरीदने वाला कोई नहीं है. किसान इससे काफी दुखी हैं. किसानों को लागत भी नहीं मिल पा रही. हालत यह है कि किसान अगर ट्रक से भरकर मूंगफली ला रहे हैं, तो उनका ट्रक का भी खर्च निकलने वाला नहीं है. दाम इतने कम हो जाने की जब मार्केट यार्ड में घोषणा की गई तो किसानों ने प्रदर्शन कर इस पर विरोध जताया.