ओरछा में राम राजा के दरबार में राजा और रंक में कोई फर्क नहीं होता. इस मंदिर में वीआईपी भी सामान्य श्रद्धालु बन दर्शन करता है. सदियों पुरानी यह परंपरा अब टूट गई है. राम राजा मंदिर में नए साल में 151 रुपए देकर वीआईपी दर्शन किए जा सकेंगे. मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के ओरछा में वर्ष 1575 में बने राम राजा के मंदिर में राजनेताओं, अफसरों और सेलेब्रिटी को भी सामान्य प्रजा के रूप में ही दर्शन करने की परंपरा है. यहां भगवान राम सर्वोपरि हैं. यहां भगवान राम राजा हैं. परंपरा के हिसाब से उन्हें दिन में चार बार गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है.
ऐसे में मंदिर में वीआईपी दर्शन का विरोध शुरू हो गया है. स्थानीय लोग इसे परंपरा के खिलाफ मानते हैं. उनका कहना है कि यह परंपरा के खिलाफ है. पहली बार है जब मंदिर में आम और खास में अंतर किया जा रहा है. इसके पहले मंदिर की परंपरा के हिसाब से यहां कोई भी वीआईपी नहीं होता है.सभी को सामान्य दर्शनार्थी के रूप में दर्शन करने होते हैं.
-लालबत्ती लगी गाड़ी भी मंदिर तक नहीं जाती.
-वीवीआईपी का हेलीकॉप्टर ओरछा की सीमा में लैंड नहीं करता है. भगवान राम यहां के लोगों के लिए कितने मायने रखते हैं, इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि भगवान राम के बाएं पैर के अंगूठे को देखकर दर्शन किए जाते हैं. मान्यता के हिसाब से राम ओरछा के राजा हैं और राजा से सीधे आंखें मिलाने की पंरपरा नहीं है.